नयी दिल्ली : अभिनेता अरशद वारसी ने मंगलवार को कहा कि एक बेटी के पिता के तौर पर वह ‘मी टू’ अभियान की सराहना करते हैं लेकिन उनका मानना है कि सबूतों के बिना फिल्म निर्देशक राजकुमार हिरानी की निंदा करना गलत होगा. दरअसल हिरानी पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगा है. उनकी एक महिला ‘‘सहायक’ ने एक लेख लिखकर आरोप लगाया है कि हीरानी ने मार्च से सितंबर 2018 के बीच एक से अधिक बार उनका यौन उत्पीड़न किया.
हिरानी के साथ ‘मुन्ना भाई’ सीरीज की फिल्मों में काम करने वाले वारसी ने उन्हें ‘‘नम्र और अच्छा’ व्यक्ति बताते हुए कहा कि वह आरोपों से हैरान हैं और इन पर भरोसा नहीं हो रहा.
वारसी ने कहा, ‘मैं उचित सबूतों या जांच के बिना किसी की निंदा करने को गलत मानता हूं. मैं आरोपों की विश्वसनीयता जानना चाहूंगा. जब तक यह सब साफ नहीं होता, मुझे लगता है कि किसी पर आरोप लगाना सही नहीं है. मुझे लगता है कि जब तक आरेाप साबित नहीं होता व्यक्ति निर्दोष होता है. दुर्भाग्य से हम निष्कर्ष तक तुरंत पहुंच जाते हैं.’
गौरतलब है कि राजकुमार हिरानी के साथ काम कर चुकीं एक महिला ने उनपर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है. महिला के मुताबिक, हिरानी ने पहले तो उस पर अभद्र टिप्पणी की और इसके बाद उसके साथ अपने घर पर और दफ्तर पर जोर-जबरदस्ती की. महिला का आरोप है कि वह आजतक इसलिए चुप रहीं क्योंकि उन्हें नौकरी जाने का डर था. साथ ही उसे इसका का भी डर था कि यदि हिरानी ने उसके काम की बुराई की तो इंडस्ट्रीट में कोई उन्हें काम नहीं देगा.