नयी दिल्ली : आगामी लोकसभा चुनाव से पहले 2019 में राजनीति से प्रभावित फिल्मों का बोलबाला रहने वाला है लेकिन फिल्मकार प्रकाश झा का कहना है कि इन फिल्मों का चुनाव पर कोई असर नहीं पड़ेगा. ‘उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक’ और ‘द एक्सिडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ के साथ शुरू हुआ यह सिलसिला ‘ठाकरे’ और ‘द ताशकंद फाइल्स’ जैसी फिल्मों के साथ जारी रहेगा.
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर बनी ‘द एक्सिडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ को कांग्रेस ने आम चुनाव से पहले गांधी परिवार की खराब छवि बनाने का एक तरीका बताया है। प्रकाश झा का कहना है कि ऐसी फिल्म को इस तरह के तमगे देना नई बात नहीं है क्योंकि 2010 में आई उनकी फिल्म ‘राजनीति’ को भी एक ऐसी ही फिल्म बताया गया था.
निर्देशक ने से कहा, ‘लोग फिल्मों को लेकर वहीं कहेंगे जो उन्हें कहना है. जब मैंने ‘राजनीति’ बनाई तब वे निराश थे. ‘द एक्सिडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ से क्या प्रचार होगा? इन सबका चुनाव के नतीजों पर कोई असर नहीं पड़ेगा.’
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर भी जल्द दो बायोपिक बड़े पर्दे पर नजर आएंगी. एक में भाजपा सांसद परेश रावल और दूसरी में अभिनेता विवेक ओबेरॉय मोदी की भूमिका निभाते नजर आएंगे. फिल्मकार का मानना है, इससे लगता है कि ‘‘यह एक दिलचस्प विषय है और लोग इसपर दिलचस्प फिल्में बनाना चाहते हैं.’
झा ने हाल ही में अपनी आने वाली फिल्म की शूटिंग पूरी की है. वहीं उनकी निर्माण कंपनी के बैनर तले बनी ‘फ्रॉड सैंया’ इस शुक्रवार को बड़े पर्दे पर रिलीज होगी.