उर्मिला कोरी
फिल्म : टोटल धमाल
निर्माता: अजय देवगन फिल्म्स
कलाकार: अजय देवगन,माधुरी दीक्षित, अनिल कपूर,संजय मिश्रा,अरशद वारसी
रेटिंग: डेढ़
‘टोटल धमाल’ धमाल फ्रेंचाइजी की तीसरी क़िस्त है. इस फ़िल्म में भी पैसा है. लालच है. ढेर सारे स्टारकास्ट भी है लेकिन वो मस्ती और धमाल नहीं है जिसके लिए टोटल धमाल की सीरीज जानी जाती है. फ़िल्म की कहानी गुडू (अजय देवगन) मनोज पाहवा (पिंटू) और जॉनी (संजय मिश्रा) की है.
एक दिन पिंटू को एक खजाना मिलता है वो उस खजाने को छिपा देता है. उसके बाद और किरदारों को भी उस खजाने के बारे में मालूम पड़ता है. सभी किरदार फिर खजाने की तलाश में निकल पड़ते है.
फ़िल्म की कहानी का अहम हिस्सा चिड़ियाघर और उसके जानवर हैं. वही फ़िल्म का अच्छा पहलू है. फ़िल्म की कहानी फर्स्ट हाफ बहुत कमजोर है सेकंड हाफ थोड़ा कम उबाऊ है. चिड़ियाघर और जानवरों की मौजूदगी की वजह से यह फ़िल्म बच्चों को थोड़ी पसंद आ सकती है.
अभिनय की बात करें तो फ़िल्म की कहानी जितनी कमज़ोर है उतना ही कलाकारों का अभिनय भी सभी ने जमकर ओवर एक्टिंग की है. अरशद वारसी और जॉनी लीवर इन सबमे अच्छे रहे हैं. भोजपुरी किरदार में रितेश नहीं जमते हैं. माधुरी और अनिल की केमिस्ट्री ज़रूर अच्छी है.
फ़िल्म के संवाद औसत है. कॉमेडी फ़िल्म होने के बावजूद संवाद खास नहीं है. फ़िल्म की सिनेमेटोग्राफी है. कुलमिलाकर टोटल धमाल में थोड़ा भी न धमाल है ना कमाल.