नयी दिल्ली:प्रीति जिंटा और नेस वाडिया मामले में एक नया मोड़ आ गया है. प्रीति जिंटा ने सभी अटकलों को विराम देते हुए फेसबुक पर सफाई दी है. प्रीति कभी अपना जवाब मीडिया में आकर नहीं देती है. वह अपनी भड़ास सोशल नेटवर्किंग साईट पर हीं निकालती है. इस बार प्रीति ने फेसबुक वॉल पर लिखा है वह पिछले कुछ दिनों से इस केस के बारे में कुछ लोगों, दोस्तों और मीडिया से मिल रहे प्रतिक्रिओं से आश्चर्यचकित हैं. मैं उन लोगों की प्रशंसा करती हूं जो मेरे लिए खड़े हुए, मुझे सपोर्ट किया लेकिन मैं यह भी बताना चाहूंगी कि कुछ लोगों ने जो प्रतिक्रियाएं दी है उससे मैं शॉक्ड हूं.
पर्सलन मैटर पर पुलिस को रिपोर्ट का जवाब देते हुए प्रीति ने लिखा है , "पर्सनल मैटर? सीरियसली? 2009 में ही यह रिलेशनशिप टूट गया था और उस समय हुए किसी भी घटना के लिए और किसी पर्सनल मैटर के लिए मैं पुलिस के पास नहीं गई. लेकिन ब्रेकअप के 6 साल बाद अब यह पर्सनल मैटर नहीं है."
पैसों के सवाल का जवाब देते हुए प्रीति ने लिखा है "आईपीएल मेरा प्रोजेक्ट था और रिकार्ड है कि मैंने सिर्फ अपना ही नहीं नेस वाडिया के हिस्से का पांच करोड़ भी खुद ही दिया था. इसका प्रूफ बीसीसीआई के पास रिकार्ड में है. बाद में ये पैसे वाडिय ने बिना प्रीमियम के कुछ महीनों बाद लौटा दिए थे. इसलिए मुझे लगता है कि पैसों की बात अब खत्म हो जाएगी." प्रीति ने आगे ये भी बताया है, "गो एयर का कमर्शियल भी मैंने मुफ्त में किया था और टीवी रिएलिटी शो कौन बनेगा करोड़पति से जो पैसे मैंने कमाए थे वो वाडिया चिल्ड्रेन हॉस्पिटल को दान में दे दिया था."
प्रीति जिंटा ने नेस वाडिया के सभी आरोपों को पूरी तरह झूठा बताया है. प्रीति ने आईपीएल सीटों पर झगड़े से लेकर नेस वाडिया की मां के अपमान की बात को भी गलत बताया है. नेस वाडिया ने उन पर आरोप लगया था कि आईपीएल के हर मैच में प्रीति जिंटा सारी सीटों पर कब्जा कर लेती थीं और उनकी मां के साथ भी गलत बर्ताव किया गया था.
सीट को लेकर चल रही अटकलों पर प्रीति ने लिखा है वहां 50 सीटें औऱ 35 सीटों वाला एयर कंडीशंड वीआईपी बॉक्स था, फिर भी 6 सीटों पर बैठे मैं और मेरे दोस्त मुद्दा बन जाते हैं. पूरे आईपीएल में मैंने मेरी लगभग सारी सीटें खिलाड़ियों के परिवारवालों को दे दीं. इसलिए सभी सीटों पर कब्जा करने का आरोप पूरी तरह गलत है और किसी की मां का अपमान करने का तो सवाल ही नहीं उठता क्योंकि मैं अपना नाम भूल सकती हूं लेकिन शिष्टाचार नहीं.’
प्रीति ने नेस वाडिया के खिलाफ की गई एफआईआर पर भी लिखते हुए कहा कि ‘मैंने पुलिस में एफआईआर क्यों लिखाई, वो इसलिए क्योंकि पिछले कुछ सालों में कई बार चेतावनी देने के बाद मेरे पास और कोई दूसरा चारा नहीं बचा था. कुल मिलाकर बात ये है कि शारीरिक हिंसा और आक्रामक बर्ताव बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए भले कोई अमीर हो या गरीब, पुरुष हो या महिला, सेलिब्रिटी हो या नहीं.’