नयी दिल्ली : चुनाव आयोग ने शुक्रवार को तय किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बायोपिक फिल्म के रिलीज पर लोकसभा चुनाव खत्म होने तक रोक लगा दी जाए या नहीं, इस बारे में अंतिम फैसला लेने से पहले कानूनी विशेषज्ञों की सलाह ली जाएगी.
इधर , फिल्म के हीरो विवेक ओबेरॉय ने कहा है कि हम चाहते थे कि फिल्म ‘पीएम नरेंद्र मोदी’ 5 अप्रैल को रिलीज हो जाए. लेकिन कुछ लोगों ने मुश्किलें पैदा कर दी हैं. अब हमारी कोशिश है कि 11 अप्रैल तक फिल्म को रिलीज कर दिया जाए. हम सोमवार को सुप्रीम कोर्ट जाएंगे. उन्होंने कहा कि बेहद ही प्रभावशाली लोग अपने वकीलों के माध्यम से कोर्ट पहुंचे हैं. वे रुकावट डाल सकते हैं, लेकिन हमें रोकने में कामयाब नहीं होंगे. रिलीज में जरूर देरी हो गयी है, लेकिन हमारा संकल्प दृढ़ है.
चुनाव आयोगके एक अधिकारी ने बताया, ‘‘मामला अब उच्चतम न्यायालय में है, जहां इसकी सुनवायी के लिए 8 अप्रैल को सूचीबद्ध किया गया है. चूंकि चुनाव आयोग को एक पक्ष बनाया गया है, इसलिए आगे के कदमों को लेकर आयोग अपने कानूनी विशेषज्ञों के साथ इसकी स्थिति पर चर्चा करेगा।’ सूत्रों ने कहा कि चुनाव आयोग में इस बात को लेकर रुख मजबूत है कि उसे प्रधानमंत्री पर बायोपिक की रिलीज पर रोक नहीं लगानी चाहिए और इसे केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) पर छोड़ देना चाहिए.
गौरतलब है कि कांग्रेस सहित विपक्षी दलों ने आरोप लगाया है कि फिल्म चुनावों में भाजपा को अनुचित लाभ पहुंचाएगी और चुनाव खत्म होने तक इसकी रिलीज को टाल दिया जाना चाहिए. ‘पीएम नरेंद्र मोदी’ 11 अप्रैल को रिलीज होने वाली है. फिल्म के निर्माता संदीप सिंह ने शुक्रवार को ट्विटर पर इसकी घोषणा की.