देश के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्रर की डेथ मिस्ट्री पर आधारित फिल्म द ताशकंद फाइल्स की रिलीज पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं. रिलीज से दो दिन पहले लाल बहादुर शास्त्री के पोतों विभाकर शास्त्री और दिवाकर शास्त्रर ने फिल्ममेकर विवेक अग्निहोत्री को कानूनी नोटिस भेजा है और इस फिल्म पर रोक लगाने की मांग की है. नोटिस में आरोप लगाया गया है फिल्म अनुचित और अनावश्यक विवाद पैदा करने की कोशिश कर रही है. साथ ही यह फिल्म समाज के बड़े वर्ग की भावनाओं को आहत कर सकती है.
बता दें कि शास्त्री के दोनों पोते कांग्रेस से जुड़े हुए हैं. कांग्रेस ने सूचना एवं प्रसारणा मंत्रालय और सेंसर बोर्ड में भी इस फिल्म के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. फिल्म का निर्देशन विवेक अग्निहोत्री ने किया है.
विवेक अग्निहोत्री ने नोटिस मिलने की जानकारी देते हुए कहा, उन्हें देर रात फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने की मांग करनेवाला कानूनी नोटिस भेजा है. उन्होंने कहा, तीन दिन पहले ही फिल्म की स्क्रीनिंग की थी जिसमें शास्त्री जी के पोतों ने फिल्म देखी थी. उन्हें फिल्म पसंद आई थी और उन्होंने इसकी तारीफ भी की थी. मुझे नहीं पता अब क्या दिक्कत हो रही है.’
नोटिस के मुताबिक, लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान फिल्म को रिलीज करना ठीक नहीं है. इससे वोटर्स पर प्रभाव पड़ सकता है. साथ ही यह भी कहा गया है कि फिल्म के लिए शास्त्री परिवार के किसी भी सदस्य से अनुमति नहीं ली गई है.
12 अप्रैल को रिलीज होने जा रही द ताशकंद फाइल्स में दिग्गज अभिनेता नसीरुद्दीन शाह, मिथुन चक्रवर्ती, पल्लवी जोशी, श्वेता प्रसाद बसु और पकंज त्रिपाठी ने मुख्य भूमिका निभाई है. लेकिन अब लाल बहादुर शास्त्री के पोतों की ओर से कानूनी नोटिस मिलने के बाद फिल्म की रिलीज मुकिश्ल में पड़ सकती है.
गौरतलब है कि भारत-पाकिस्तान के बीच 1965 युद्ध की समाप्ति पर 1996 में दोनों देशों के बीच हुए ताशकंद समझौते के दौरान तत्कालीन प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की रहस्यमयी परिस्थितियों में मौत हो गई थी. ‘द ताशकंद फाइल्स’ इसी डेथ मिस्ट्री पर आधारित है.