Kalank एक्टर आदित्य रॉय कपूर ने फिल्म को लेकर बतायी है ऐसी बात…

फिल्म ‘ओके जानू’ के दो साल के अंतराल के बाद अभिनेता आदित्य रॉय कपूर फिल्म ‘कलंक’ से एक बार फिर रूपहले पर्दे पर दस्तक देने वाले हैं. इस फिल्म, म्यूजिक से उनके जुड़ाव और दूसरों मुद्दों पर पेश है उनके साथ उर्मिला कोरी की बातचीत. फिल्म कलंक में आपको क्या चुनौती लगी?सबसे पहली चुनौती समय […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 13, 2019 5:15 PM

फिल्म ‘ओके जानू’ के दो साल के अंतराल के बाद अभिनेता आदित्य रॉय कपूर फिल्म ‘कलंक’ से एक बार फिर रूपहले पर्दे पर दस्तक देने वाले हैं. इस फिल्म, म्यूजिक से उनके जुड़ाव और दूसरों मुद्दों पर पेश है उनके साथ उर्मिला कोरी की बातचीत.

फिल्म कलंक में आपको क्या चुनौती लगी?
सबसे पहली चुनौती समय की थी. यह फिल्म 1940 के दौर की है. वह समय देश के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण समय था. मेरा जो किरदार है वह उस दौर की राजनीति और घट रही घटनाओं से भी बहुत हद तक जुड़ा हुआ था, इसलिए मुझे उस वक्त की राजनीति को भी समझना पड़ा. इसके लिए काफी किताबें पढ़ी. पुरानी फिल्में भी देखी क्योंकि उस वक्त का बॉडी लैंग्वेज, बोलने का तरीका, एटीट्यूड सबकुछ अलग था. सबसे ज्यादा दिलीप साहब की फिल्में देखी. ‘मधुमति’ और ‘अंदाज’ जैसी फिल्में देखी. मैंने फिल्म देखकर यह भी महसूस किया किया कि मैं चाहकर भी ऐसे हाव-भाव परदे पर नहीं ला पाऊंगा क्योंकि वह अलग ही लेवल की चीज है. हां, काफी मदद जरूर मिली, उनके परफॉर्मेंस को देखकर.

आपको पुरानी यादों से लगाव है?
मुझे लगता है कि हम सभी को अपने अतीत से बहुत ही लगाव होता है. हम हमेशा ये बात सोचते हैं कि बीता दौर ज्यादा अच्छा था. मैं अपनी बात करूं तो मैं भी ऐसा ही हूं लेकिन अब मैंने ऐसा सोचना बंद कर दिया है. ओल्ड इज गोल्ड है, मैं मानता हूं लेकिन बदलाव भी जरूरी है.

पुरानी यादों के अलावा आपने क्या कुछ पुरानी चीजें भी रखी हैं?
अपनी पुरानी टीशर्ट मैं रखता हूं. पुरानी चीजों में सबसे ज्यादा आपको मेरे पास यही कलेक्शन मिलेगा. मुझे लगता है कि पुरानी टीशर्ट आपकी बॉडी का शेप ले लेती हैं, जिससे आप उनमें खुद को सहज महसूस करते हैं. मेरे पास 15 से18 साल पुरानी टीशर्ट है.

आपकी जिंदगी में ‘कलंक’ शब्द से आपने कभी इत्तेफाक किया था?
(हंसते हुए) स्कूल लाइफ में अगर आप मेरे टीचर्स को पूछेंगे, तो शायद वे मुझे ही कलंक बुलाएंगे क्योंकि मैं एक अच्छा स्टूडेंट नहीं था. मुझे पढ़ाई-लिखाई में बिल्कुल भी रुचि नहीं थी. पढ़ाई के अलावा, सभी चीजों में रुचि थी.

आलिया भट्ट के साथ शूटिंग का अनुभव कैसा रहा?
वह बहुत पैशनेट और तैयारी के साथ आनेवाली अदाकारा है. उसे मेरी लाइन याद रहती है. वरुण की लाइन भी. वो हमेशा एक्टिव रहती है. को-स्टार को सपोर्ट भी बहुत करती है. मुझे लगता है कि ‘कलंक’ में काम करने के बाद ‘सड़क 2’ को भी उसका फायदा पहुंचेगा, क्योंकि हम एक दूसरे के काम करने के तरीके को समझ गए हैं.

‘सड़क 2’ कब फ्लोर पर जा रही है?
साल के अंत तक ‘सड़क 2’ की शूटिंग शुरू होगी. मैं बहुत ज्यादा उत्साहित हूं. भट्ट साहब सालों बाद फिर से निर्देशन में आ रहे हैं और अपनी दोनों बेटियों को डायरेक्ट करने वाले हैं. संजय सर भी हैं फिल्म में. बहुत ही खास लोग इस फिल्म का हिस्सा हैं. मैं जुड़ा हूं. मेरे लिए यह बात बहुत बड़ी है.

आपका वजन काफी कम लग रहा है, क्या किसी खास फिल्म के लिए किया आपने?
हां, मैं अपनी आनेवाली फिल्म ‘मलंग’ के लिए 10 किलो वजन कम किया है. अपने बालों को कंघी करना भी बंद कर दिया है. किरदार की जरूरत है, तो करना ही पड़ेगा.

बॉलीवुड में पिछले कुछ समय से लगातार शादियां हो रही हैं. आपकी क्या प्लानिंग है?
अभी में शादी के बारे में नहीं बल्कि काम के बारे में सोच रहा हूं. मैं बहुत लंबे ब्रेक के बाद वापस आया हूं. हां, अगर कोई सही इंसान मिल गया, तो फिर देखा जाएगा. आप प्यार प्लान करके तो नहीं कर सकते हैं.

आपने अपना स्टेटस सिंगल लिखा था सोशल मीडिया पर, तो परिणीति और अर्जुन ने आपको झूठा कहा था?
मैं उनलोगों से पूछने वाला हूं कि उन्होंने ऐसा क्यों लिखा था. वैसे मैं सिंगल ही हूं.

‘ओके जानू’ के बाद आपने इतना लंबा गैप क्यों किया?
‘ओके जानू’ के बाद मुझे कोई भी ऐसी फिल्म नहीं मिली, जो मुझे पसंद आये. मैं सिर्फ परदे पर दिखने के लिए फिल्म नहीं कर सकता था लेकिन अब मेरी वो सोच थोड़ी बदली है. मैंने इस बात को महसूस किया है कि जब मैं एक्टिंग करता हूं तो मैं बहुत ही खुश रहता हूं. मुझे लगता है कि इस बिजनेस में कब क्या हो पता नहीं इसलिए यह सोचना कि मैं ऐसे किरदार करूंगा या ऐसी ही फिल्मों में एक्टिंग. ये बात बेमानी होगी. कई बार आपको लगता है कि ये प्रोजेक्ट हिट होगा और वो होता नहीं, कई बार किसी प्रोजेक्ट से उम्मीद नहीं होती लेकिन वही क्लिक कर जाता है. अब मेरा फोकस इस बात पर है कि मैं उनलोगों के साथ काम करना चाहता हूं जिनके साथ काम करने से मुझे खुशी मिलती है. लकी हूं कि पिछले छह महीने से सही चीजें मेरे पास आ रही हैं.

दो साल के इस गैप में आपने क्या किया? क्या असुरक्षा की कोई भावना आती थी?
एक एक्टर के तौर पर आपकी हमेशा ख्वाहिश होती है कि आपके पास रोल आये. लोग आपको कहें कि वो आपको इस किरदार में देखना चाहते हैं लेकिन ये होता नहीं है. मेरे लिए अच्छी बात ये रही है कि मैं घर पर खाली नहीं बैठा रहा. मैं दूसरी चीजें भी करता रहा. फिल्म मेरी जिंदगी का एक हिस्सा है. पूरी जिंदगी नहीं. मैं बहुत ट्रैव्हल बहुत करता हूं. अभी हाल ही में अमेरिका गया था ।म्यूजिक में भी एक्टिव हूं तो सभी कुछ मिलकर मेरी लाइफ को स्मूथ कर देता था.

Next Article

Exit mobile version