उर्मिला मातोंडकर का वीडियो मैसेज: शिवाजी महाराज की पवित्र भूमि से मैं आती हूं, पीछे हटने वाली नही
मुंबई : अभिनेत्री से राजनीति में उतरीं उर्मिला मातोंडकर को उत्तर मुंबई में उनके चुनाव प्रचार अभियान के दौरान कांग्रेस और “भाजपा समर्थकों” के बीच हुई झड़प के बाद सोमवार को पुलिस संरक्षण दिया गया. इस झड़प के बाद उर्मिला ने अपने समर्थकों और चाहने वालों को एक वीडियो संदेश भेजा है जिसमें वो कहतीं […]
मुंबई : अभिनेत्री से राजनीति में उतरीं उर्मिला मातोंडकर को उत्तर मुंबई में उनके चुनाव प्रचार अभियान के दौरान कांग्रेस और “भाजपा समर्थकों” के बीच हुई झड़प के बाद सोमवार को पुलिस संरक्षण दिया गया. इस झड़प के बाद उर्मिला ने अपने समर्थकों और चाहने वालों को एक वीडियो संदेश भेजा है जिसमें वो कहतीं नजर आ रहरी हैं कि कोई जितना भी मुझे नीचे गिराने कि कोशिश करेगा, मैं उतनी ही ताकत, हिम्मत और मजबूती से उसका सामना करुंगी. आप सभी ने मेरे प्रति जो विश्वास दिखाया है, उसके लिये मैं आप सभी की तहेदिल से आभारी हूं…
कोई जितना भी मुझे नीचे गीराने कि कोशिश करेगा, मैं उतनीही ताकत, हिम्मत और मजबूती से उसका सामना करुंगी| आप सभी ने मेरे प्रति जो विश्वास दिखाया है, उसके लिये मैं आप सभी की तहेदिल से आभारी हूं| #AapliMumbaichiMulagi 🙏 pic.twitter.com/RIgLesRiLZ
— Urmila Matondkar (@UrmilaMatondkar) April 15, 2019
वीडियो पोस्ट कर उन्होंने कहा, “मैं शिवाजी महाराज की पवित्र भूमि से आती हूं जहां महिलाओं का सम्मान सबसे जरूरी बात है. ऐसी स्थिति में, मैं पीछे नहीं हटने वाली.” वीडियो के अंत में वे बोलतीं दिख रहीं हैं कि अभी रौशन हुआ जाता है राश्ता, वो देखो एक औरत आ रही है….इससे पहले झड़प के संबंध में पुलिस ने बताया कि बोरीवली स्टेशन के पास यह झड़प हुई जहां उत्तर मुंबई लोकसभा सीट से कांग्रेस की उम्मीदवार मातोंडकर प्रचार कर रही थीं.
मौके पर मौजूद एक चश्मदीद ने बताया कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने बोरीवली रेलवे स्टेशन के बाहर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को देखते ही ‘मोदी-मोदी’ के नारे लगाने शुरू कर दिए थे. भाजपा ने इस सीट से अपने मौजूदा सांसद गोपाल शेट्टी को ही मैदान में उतारा है. मातोंडकर ने पत्रकारों को बताया कि भाजपा के कुछ कार्यकर्ता उनकी रैली में घुस गए थे जिसके बाद उन्होंने अपनी सुरक्षा के लिए पुलिस में शिकायत दर्ज करायी है.
जोन 11 के डीसीपी संग्रामसिंह निशानदार ने कहा, “हमें मातोंडकर से एक आवेदन प्राप्त हुआ और चुनाव खत्म होने तक उनको सुरक्षा दी गयी है.” यह पूछने पर कि हाथापाई में शामिल लोग भाजपा के समर्थक थे जैसा कि मातोंडकर दावा कर रही हैं, डीसीपी ने कहा कि पुलिस के पास इस वक्त यह साबित करने के लिए ऐसा कोई सबूत नहीं है. उन्होंने कहा, “हम यह कह सकते हैं कि जो घटना में शामिल थे वे राहगीर थे.”
मातोंडकर ने अपनी शिकायत में आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने के लिए “भाजपा समर्थकों” पर सख्त कार्रवाई की मांग भी की. इस बीच शेट्टी ने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ झड़प करने वाले भाजपा कार्यकर्ता नहीं बल्कि ट्रेन से सफर करने वाले स्थानीय यात्री थे जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व को पसंद करते हैं.