सबकी आंखे नम कर गईं जोहरा

मोदी ने जोहरा सहगल के निधन पर शोक जताया नयी दिल्ली : प्रसिद्ध अभिनेत्री जोहरा सहगल को उनके परिवार के लोगों और उनके दोस्तों ने आज अंतिम विदाई दी. आज जोहरा सहगल का पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलीन हो गया. कल 102 वर्षीय अभिनेत्री का निधन हो गया था, उनका अंतिम संस्कार लोधी रोड स्थित […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 10, 2014 8:49 PM

मोदी ने जोहरा सहगल के निधन पर शोक जताया

नयी दिल्ली : प्रसिद्ध अभिनेत्री जोहरा सहगल को उनके परिवार के लोगों और उनके दोस्तों ने आज अंतिम विदाई दी. आज जोहरा सहगल का पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलीन हो गया. कल 102 वर्षीय अभिनेत्री का निधन हो गया था, उनका अंतिम संस्कार लोधी रोड स्थित श्मशान घाट पर बेटे पवन, बेटी किरण और पोते पोतियों की उपस्थिति में किया गया.

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने आज अपने शोक संदेश में कहा कि उनके जाने से कला और सृजनात्मकता की दुनिया में एक शून्य पैदा हो गया है.

जोहरा सहगल को अंतिम विदाई देने के लिए वहां उपस्थित लोगों में दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित, शबाना आजमी, जावेद अख्तर, रंगकर्मी एम के रैना और प्रसार भारती के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जवाहर सरकार शामिल थे. अंतिम संस्कार से पहले जोहरा के पार्थिव शरीर को कुछ देर के लिए खुले में रखा गया था ताकि उनके चाहने वाले उनका अंतिम दर्शन कर सकें.

शबाना आजमी ने अभिनेत्री के जिंदादिल व्यक्तित्व को याद किया. शबाना आजमी ने कहा, मैंने उनके साथ पहली बार वर्ष 2002 में एक नाटक के दौरान काम किया था. तब वे करीब 90 वर्ष की थीं. रिहर्सल के वक्त वे हमेशा वक्त की पाबंद होती थीं. काम को लेकर उनका रवैया बहुत ही पेशेवर था और उनके चेहरे पर हमेशा ही मुस्कान बिखरी रहती थी.

देखें तस्‍वीरें…

जोहरा सहगल: जिंदादिल अदाकारा जिसने रुढियों को तोड़ा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मशहूर अभिनेत्री जोहरा के निधन पर शोक जताया है उन्‍होंने ट्वीट कर कहा कि जिंदादिल जोहरा सहगल ने अपनी अदाकारी से छाप छोड़ी जिसकी कई पीढियों ने सराहना की है. (मैं) उनके निधन से दुखी हूं.

रात के समय मशहूर इतिहासकार इरफान हबीब ने ट्वीट करके जोहरा के निधन की जानकारी साझा की. उन्होंने कहा, इसकी अभी अभी पुष्टि हुई है कि जोहरा आपा अब नहीं रहीं. एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, जोहरा सहगल के निधन के बारे में जानकर बहुत दुख हुआ. वह अपनी शर्तों पर जिंदगी जीने वाली महिला थीं. कला एवं संस्कृति के क्षेत्र को बडा नुकसान है.

जोहरा ने 1935 में उदय कुमार के साथ बतौर नृत्यांगना करियर की शुरुआत की. वह चरित्र कलाकार के तौर पर कई हिंदी फिल्मों में नजर आईं. उन्होंने अंग्रेजी भाषा की फिल्मों, टेलीविजन और रंगमंच के जरिए भी अपने अभिनय की छाप छोडी.

1935 में कॅरियर बतौर कोरियोग्राफर की शुरुआत

जोहरा ने 1935 में उदय कुमार के साथ बतौर कोरियोग्राफर करियर की शुरुआत की. वह चरित्र कलाकार के तौर पर कई हिंदी फिल्मों में नजर आयीं. अंग्रेजी भाषा की फिल्मों, टेलीविजन और रंगमंच के जरिये भी अपने अभिनय की छाप छोड़ी. आखिरी बार संजय लीला भंसाली की फिल्म ह्यसांवरियाह्ण में साल 2007 में नजर आयीं.

Next Article

Exit mobile version