“हम्पी शर्मा की दुल्हनिया”, ”DDLJ” का मॉर्डन वर्जन
।।उर्मिला कोरी।। फिल्म: हम्टी शर्मा की दुल्हनिया निर्माता: धर्मा प्रोडक्शंस निर्देशक: शशांक खेतान कलाकार: वरुण धवन, आलिया भट्ट, आशुतोष राणा, सिद्धार्थ शुक्ला और अन्य रेटिंग: तीन शाहरुख खान काजोल अभिनीत फिल्म दिलवाले दुल्हनियां ले जाएंगे का मॉर्डन वर्जन करन जाैहर की फिल्म हम्टी शर्मा की दुल्हनिया है. फिल्म के शुरुआत में ही यह दिखा दिया […]
।।उर्मिला कोरी।।
फिल्म: हम्टी शर्मा की दुल्हनिया
निर्माता: धर्मा प्रोडक्शंस
निर्देशक: शशांक खेतान
कलाकार: वरुण धवन, आलिया भट्ट, आशुतोष राणा, सिद्धार्थ शुक्ला और अन्य
रेटिंग: तीन
शाहरुख खान काजोल अभिनीत फिल्म दिलवाले दुल्हनियां ले जाएंगे का मॉर्डन वर्जन करन जाैहर की फिल्म हम्टी शर्मा की दुल्हनिया है. फिल्म के शुरुआत में ही यह दिखा दिया जाता है कि हीरो(वरूण) दिलवाले दुल्हनियां फिल्म का मुरीद है. फिल्म के एक एक दृश्य को वह जीता है. खैर इस फिल्म की कहानी पर आते हैं. यहां भी हीरोइन(आलिया) की सगाई पहले हो चुकी है. हीरो(वरूण)सबकुछ जानता है लेकिन खुद को प्यार करने से रोक नहीं पाता है.
दोनों को जब प्यार का इकरार हो जाता है तो यहां भी प्यार के बीच में क्रोधी बाबूजी है. जिसे मनाने के लिए हीरो हीरोइन की शादी वाले घर में पहुंच जाता है. शादी के कुछ दिन ही बचे है लेकिन यहां कहानी थोड़ी बदल जाती है. हीरो को बाबूजी या परिवार वालों को नहीं पटाना है. उसे हीरोइन के होने वाले दुल्हे(सिद्धार्थ शुक्ला) की एक खामी बतानी है. बस एक लेकिन यह क्या दुल्हा तो मिस्टर परफेक्ट है. ऐसे में हम्टी और काव्या के प्यार का क्या होगा. यही आगे की कहानी है. फिल्म की कहानी में नयापन नहीं है लेकिन उसका ट्रीटमेंट ही एकदम लाइट अंदाज में किया गया है.
फिल्म के दिलचस्प और गुदगुदाते पल फिल्म की उत्सुकता को बढाते हैं, स्क्रीनप्ले रोचक है.स्टीरियोटाइप नहीं है. जैसे जब लगता है कि बाबूजी हम्टी से गुस्सा है तो वह उसके साथ सिगरेट पीने लगते हैं. ऐसे कई मौके फिल्म में है. जब आम दर्शक को लगेगा कि यह होगा लेकिन होता कुछ और है. यह भी फिल्म की कहानी की खासियत है. अभिनय की बात करें तो वरूण ने हम्टी के किरदार को बखूबी जिया है. हंसाने, रुलाने, रोमांस डांस एक क्षण भी वह कमजोर नहीं नजर आते हैं.
एक बार फिर आलिया बेहतरीन रही है. उनका लुक हो या संवाद बोलने का अंदाज सभी खास है. वह परदे पर एक सुखद एहसास करवाती है. छोटे परदे से बड़े परदे पर अपनी शुरुआत करने वाले सिद्धार्थ शुक्ला अच्छे रहे हैं लेकिन फिल्म में उनका कुछ खास योगदान नहीं है. फिल्म की कहानी में वह अचानक ही गायब हो जाते हैं क्यों और क्या हुआ यह भी मालूम नहीं पड़ता है. एक अरसे बाद आशुतोष राणा को परदे पर देखना अच्छा लगा. अपने किरदार को उन्होने बखूबी जिया है.
हम्टी के दोनों दोस्तों ने भी अच्छी एक्टिंग की है. उनका साथ फिल्म को खास बनाता है. अन्य किरदार भी अच्छे है. फिल्म का संगीत कुछ खास नहीं है. मैं तेनु समझावा और सेडडे नाइट बस यह दोनों गीत अच्छे है अन्य गीत टाइमपास टाइप से है. फिल्म के संवाद में देशीपन होने के साथ साथ यूथ कनेक्शन भी है.आखिर में अगर आपको गुदगुदाती, हंसाती, मसालेदार, एंटरटेनिंग फिल्म देखनी है तो हम्टी शर्मा की दुल्हनियां बेहतरीन विकल्प है.