उर्मिला कोरी
फिल्म : स्टूडेंट ऑफ द ईयर 2
निर्देशक : पुनीत मल्होत्रा
निर्माता : करण जौहर
कलाकार : तारा सुतारिया, टाइगर श्रॉफ, अनन्या पांडे, समीर सोनी और अन्य
रेटिंग : ढाई
निर्माता करण जौहर की ‘स्टूडेंट ऑफ द ईयर’ फ्रेंचाइजी का नाम भले ही स्टूडेंट हो लेकिन ये आम दुनिया के स्कूल कॉलेज में पढ़ने वाले बच्चे और उनकी सामान्य सी दिखती दुनिया की कहानी नहीं हैं. करण की इस स्कूल के बच्चे किसी दूसरी दुनिया के नजर आते हैं. जिनके पास महंगी गाड़ियां, डिजाइनर कपड़ों, सिक्स पैक एब, साइज जीरो फिगर के अलावा और भी भी बहुत कुछ होता है. बस क्लासेज और पढ़ाई नहीं होती हैं.
स्टाइल स्टेटमेंट से भरी इस फिल्म की कहानी पर आते हैं. छोटे शहर का लड़का रोहन सहगल ( टाइगर श्रॉफ), मृदुला (तारा सुतारिया) के प्यार में पागल है और उसके प्यार में ही शहर के टॉप कॉलेज में आ जाता है. लेकिन प्यार के रास्ते आसान कहां.
यहां कॉलेज आते ही रोहन का सामना हो जाता है मानव मेहरा और उसकी बहन श्रेया (अनन्या पांडे) से. वहीं पुरानी कहानी गरीब लड़के से अमीर लड़के की लड़ाई और इसी बीच प्यार का त्रिकोण. बस बन गयी ‘स्टूडेंट ऑफ द ईयर 2’. दिन तुम्हारा साल हमारा होगा जैसे गिने-चुने कुछ संवादों के अलावा फिल्म में टाइगर का वहीं ढेर सारा डांस और एक्शन देखने को मिलता है.
दरअसल, कई दृश्यों में तो ऐसा भी महसूस हुआ है कि टाइगर के लिए एक्शन दृश्य जबरदस्ती बनाए गए हैं. टाइगर इससे पहले की फिल्मों में भी वैसे ही एक्शन करते नजर आये हैं. लेकिन दर्शक उन्हें पसंद कर रहे हैं और उनकी अलग तरह की फैन फॉलोइंग हो रही है. उनके फैन्स को फिर शायद उनका यह एक्शन वाला प्यार पसंद आ सकता है लेकिन अगर आप टाइगर के फैन नहीं तो ये आपको फ़िल्म की कहानी की तरह रिपीट लगता है.
फिल्म की कहानी देहरादून के संत टेरेसा की है. रोहन कॉलेज का हिस्सा स्पोर्ट्स कोटा के माध्यम से बनता है. लेकिन अंडरडॉग को आगे बढ़ता देख जाहिर है कि मानव मेहरा का खून खौलता है, जो कि कॉलेज में पोस्टर ब्वॉय है. इस एंगल को प्रेम कहानी, ढेर सारा नाचना-गाना के साथ मिलाकर परोस दिया गया है. पिछली फिल्म में डांस फोकस में था. इस बार कबड्डी को रखा गया है. हालांकि इस खेल को फ़िल्म में सतही तौर पर ही दिखाया गया है.
अभिनय की बात करें तो टाइगर अपने पुराने चित परिचित अंदाज़ में दिखे हैं. नवोदित अनन्या और तारा दोनों ही फिल्म में डिजाइनर कपड़ों को दिखाने के अलावा थोड़ा फिल्म के अभिनय पर भी ध्यान दे देतीं तो अच्छा होता. इन कलाकारों को सोशल मीडिया के कारण इस कदर एक्सपोजर मिल गया है कि स्क्रीन पर उनका प्रेजेंस नया नहीं लगता.
तारा और अनन्या की तुलना की जाये तो अनन्या में अधिक वेरियेशन नजर आये हैं. बाकी के कलाकारों का काम ठीक ठाक है. फिल्म के संगीत की बात की जाये तो ‘ये जवानी है दीवानी’ को छोड़ कर कोई भी ट्रैक याद नहीं रह जाता. यहां तक कि आलिया की मौजूदगी वाले गाने ने भी खास छाप नहीं छोड़ी है. पिछली बार की तरह राधा और डांस नंबर्स नहीं हैं.
फ़िल्म की सिनेमेटोग्राफी अच्छी है. कुलमिलाकर फ़िल्म के लुक को ही तवज़्ज़ो दी गयी है फ़िल्म की कहानी वही लव हेट वाला रटा रटाया है.