ढाका : बांग्लादेश के पबना जिले में प्रख्यात दिवंगत अभिनेत्री सुचित्रा सेन के पैतृक मकान को 30 साल से चल रहे विवाद के समापन के साथ ही आज जामात ए इस्लामी के एक समर्थक के कब्जे से अंतत: मुक्त करा लिया गया.
बीडी न्यूज 24 डॉट काम ने खबर दी कि राजस्व अधिकारी एवं कार्यकारी मजिस्ट्रेट शमीम आरा रिनी की अगुवाई में जिला प्रशासन के अधिकारियों ने शहर के गोपालपुर इलाके में इस एक मंजिले मकान को अपने कब्जे में ले लिया जिसे अबतक इमाम गजली इंस्टीट्यूट द्वारा उपयोग किया जा रहा था. अधिकारियों ने दरवाजों पर ताला लगा दिया लेकिन इमाम गजली इंस्टीट्यूट का साइनबोर्ड अब भी वहां टंगा है.
प्रशासन ने पहले इस मकान को मुक्त कराने की कोशिश की थी लेकिन कानून अडचन के कारण प्रयास सफल नहीं पाया था. सुप्रीम कोर्ट में न्यायमूर्ति एस के सिन्हा की अगुवाई वाली एक पीठ ने जमात समर्थित इमाम गजली इंस्टीट्यूट की याचिका खारिज करते हुए उसे यह मकान खाली करने का आदेश दिया था. वर्ष 1947 में देश विभाजन के बाद सुचित्रा के परिवार के भारत चले जाने से पहले उनका (अभिनेत्री का) बचपन इसी मकान में बीता था.