Exclusive Interview : बोलीं कृति सेनन – आउटसाइडर वाली फीलिंग पूरी तरह से खत्म नहीं हुई है
फिल्म ‘लुका छिपी’ की जबरदस्त सफलता के बाद अभिनेत्री कृति सेनन जल्द ही फ़िल्म ‘अर्जुन पटियाला’ में नज़र आयेंगी. स्पूफ कॉमेडी जॉनर वाली अपनी इस फ़िल्म को वो कॉमेडी की दूसरी फिल्मों से अलग करार देती हैं. वे यह भी कहती हैं कि इसमें रिस्क है लेकिन रिस्क जब तक लेंगे नहीं दर्शकों तक कुछ […]
फिल्म ‘लुका छिपी’ की जबरदस्त सफलता के बाद अभिनेत्री कृति सेनन जल्द ही फ़िल्म ‘अर्जुन पटियाला’ में नज़र आयेंगी. स्पूफ कॉमेडी जॉनर वाली अपनी इस फ़िल्म को वो कॉमेडी की दूसरी फिल्मों से अलग करार देती हैं. वे यह भी कहती हैं कि इसमें रिस्क है लेकिन रिस्क जब तक लेंगे नहीं दर्शकों तक कुछ अलग कैसे पहुँचा पाएंगे. उर्मिला कोरी से कृति सेनन की खास बातचीत…
दिलजीत दोसांज बहुत ही शर्मिले व्यक्त्वि के हैं ऐसे में उनके साथ कॉमेडी करना कितना मुश्किल था ?
रियल लाइफ में वे बहुत ही फनी हैं. हां उनके जवाब बहुत ही छोटे होते हैं. कई बार वो इशारों से भी बोल देते हैं.वो निजी जिंदगी में इंट्रोवर्ट हैं लेकिन वो बहुत ही बेहतरीन एक्टर हैं. यही वजह है कि वो भले ही कम बोलते हो लेकिन जब कैमरा रोल होता है तो बेहतरीन हो जाते हैं. वे बहुत ही अच्छे एक्टर हैं.
दिलजीत इंट्रोवर्ट हैं आप कैसी हैं ?
मैं एक्सटोवर्ट तो नहीं हूं लेकिन हां मैं इजी गोईंग हूं. दिलजीत की तरह बहुत ज्यादा समय नहीं लेती लोगों से घुलने मिलने में लेकिन हां मैं भी अपना समय लेती हूं. एक बार दोस्ती हो जाती है तो फिर मैं बहुत बातें करती हूं. रणवीर सिंह और वरुण धवन मेरे अच्छे दोस्त हैं.
पानीपत को छोड़ दे तो आपकी लुका छिपी के बाद आपकी अर्जुन पटियाला और हाउसफुल दोनों ही कॉमेडी फिल्में हैं ?
तीनों ही फिल्में कॉमेडी जॉनर की होते हुए भी काफी अलग है. लुका छिपी में रोमांटिक कॉमेडी थी. वो सिचुएशनल भी थी, अर्जुन पटियाला पूरी तरह से कॉमेडी फिल्म है. स्पूफ जॉनर वाली फिल्म है. मुझे लगता है कि बॉलीवुड फिल्मों में स्पूफ जॉनर को उतना एक्सप्लोर नहीं किया गया है. अपना मजाक उडाना बहुत कम हमारी फिल्मों में दिखता है.हाउसफुल जो है मास कॉमेडी इंटरटेनर है. इस बार हाउसफुल में पुर्नजन्म का भी एंगल है. कॉमेडी आपको दो अलग अलग पीरियड़ में देखने को मिलेगी. पुर्नजन्म पर अब तक कॉमेडी फिल्म कोई नहीं बनी है.
इस साल आपकी चार फिल्में रिलीज हो रही हैं लुका छिपी, अर्जुन पटियाला के बाद पानीपत और हाऊसफुल जैसी फिल्में हैं ?
जब किसी को एक्टर को एक के बाद एक अलग अलग तरह के रोल करने को मिलते हैं तो वह बहुत ही उत्साहित हो जाता हूं. पिछला साल मेरा सबसे मशरुफियत भरा साल था मेरी फिल्मों की शूटिंग को लेकर .अब वो सभी फिल्में एक के बाद एक रिलीज हो रही हैं. वैसे चार फिल्में एक के बाद एक रिलीज होगी. मैंने सोचा नहीं था.
आप चार फिल्में इस साल कर रही हैं क्या अक्षय कुमार से मुकाबला कर रही हैं
मैं चाहकर भी उनसे मुकाबला नहीं कर सकती हूं. वो जिस तरह से अपने टाइम को मैनेज करते हैं.वो कमाल का है. उनकी हर साल चार फिल्में आती है. मेरी पहली बार आ रही है. मैं तो बहुत प्रेशर महसूस कर रही हूं. वैसे मेरी कोशिश रहेगी कि मैं साल में दो फिल्में जरूर करना चाहूंगी.
जीनत अमान के साथ आपने पानीपत में काम किया है कैसा अनुभव रहा ?
जीनत जी इन दिनों चुनिंदा फिल्में कर रही हैं और मैं खुद को लकी मानती हूं कि वो मौका मुझे मिला. ये जिंदगी में एक ही बार मिलने वाला मौका है. मैं तो कई बार कैमरे के दूसरी तरफ जाकर उनको एक्टिंग करते हुए देखती थी. वह बहुत ही कमाल की अभिनेत्री और इंसान हैं मैंने बहुत ही इस बात का बहुत ही अफसोस है कि मैं अपने माता पिता को शूट पर नहीं ले गयी. मैं उन्हें बताना ही भूल गयी थी . वे शहर में भी नहीं थे. जीनत जी अभी भी बहुत ही समर्पित अभिनेत्री हैं. हर शॉट के बाद वो निर्देशक आशुतोष गोवारिकर सर से पूछती थी कि मैंने सही शॉट दिया. जैसा आपको चाहिए था वैसा ना.
अक्सर खबरें आती रहती है कि आपकी बहन भी फिल्मों में आनेवाली हैं ?
हां वह फिल्मों में काम करना चाहती है लेकिन वह अपने तरीकों से चीजों को सीख रही हैं. अपनी एक जगह बना वह एक अच्छे मौके की तलाश में है. मैं सिर्फ उसे यही राय देती हूं कि तुम अपनी पहली फिल्म को बहुत सोच समझकर चुनना क्योंकि पहली फिल्म हमेशा खास होनी चाहिए.
क्या आउटसाइडर की फीलिंग खत्म हो गयी है आपकी लगातार फिल्में सफल हो रही हैं ?
सक्सेस रेट से और ज्यादा प्रेशर आ जाता है. इसके साथ ही मैं ये भी कहूंगी कि ऐसा नहींं है कि आउटसाइडर वाली फीलिंग खत्म हो चुकी है.हां जितनी आप फिल्में करते हैं इंडस्ट्री उतनी ही आपको लेकर वेलकमिंग हो जाती है. आप ज्यादा से ज्यादा लोगों को जानने लगते हैं. सहज होने लगते हैं. आप खुद को इस इंडस्ट्री का हिस्सा समझने लगते हैं. अब मैं खुद को पार्टियों में थोड़ा ज़्यादा सहज महसूस करती हूं लेकिन थोडाÞ आउटसाइडर लगता है कि क्योंकि मुझे जो रोल मिलने चाहिए वो नहीं मिलते हैं. मुझे उन्हें पाने के लिए संघर्ष करना पड़ता है.
आपके लिए मी टाइम क्या होता है ?
ट्रेवलिंग मुझे पसंद है. ट्रैव्हल जब आप करते हैं तो अच्छा लगता है नयी नयी जगह एक्सप्लोर करना. वैसे कई बार अपने लोग हो तो बस कॉफी शॉप में बैठ जाते हैं या फिर गार्डेन में लेट जाओ. वो भी अच्छा लगता है।फैमिली के अलावा अपने स्कूल कॉलेज दोस्तों के साथ समय बिताना पसंद है. उनकी लाइफ में क्या चल रहा है. मैं हमेशा टच में रहती हूं.
सोशल मीडिया में सितारे अक्सर ट्रोलिंग का शिकार हो जाते हैं. आप कितना सोच समझकर पोस्ट करती हैं
हां सोच कर डालती हूं पोस्ट कभी कभी , लेकिन ज्यादा नहीं सोचती कई बार डाल देती हूं पोस्ट फिर मालूम पड़ता है और लगता है कि क्यों डाल दिया. वैसे ट्रॉल्लिंग से बचने का एक बहुत ही आसान उपाय है ब्लॉक कर दो. सोशल मीडिया में बहुत सारे लोगों की बहुत सारी राय है. सभी की राय पर ध्यान देने की जरुरत नहीं है. हर अंजान व्यक्ति के पास आपको लेकर एक राय है. मैं उन सभी अंजान लोगों से प्रभावित नहीं हो सकती हूं. जब कोई लोग जरुरत से ज्यादा नकारात्मक हो जाते हैं. मेरी फिल्मों से इ्तर बात करते हैं. जो पोस्ट डाला है. उस पर कहने के बजाए कुछ अलग ही गलत और गंदी बात करते हैं तो मैं उन्हें ब्लॉक कर देती हूं.
अपनी सफलता में आप किस्मत को कितना श्रेय देती हैं
हां मुझसे ज्यादा टैलेंटेड लोगों को मौका नहीं मिलता है. किस्मत अहम होती हैं लेकिन इसके साथ ही आपको खुद पर विश्वास होना चाहिए इसके साथ ही आपके पास ऐसे लोग भी होने चाहिए जिंहे आप पर भरोसा हो.जब आपका खुद पर भरोसा न रहे तो वो लोग आप पर भरोसा करें . जब मैं मुंबई आयी थी तो हां मैं इंजीनियरिंग की डिग्री ली थी लेकिन मैंने नौकरी नहीं ली थी तो मां पापा ने कहा कि अगर इंडस्ट्री में नहीं कुछ हुआ तो मैंने उन्हें आश्वासन दिया कि मैं जीमैट दूंगी. तेलुगू फिल्म करने के बाद मैंने जीमैट दिया था और उसमे अच्छा स्कोर भी किया था. ये अलग बात है कि वो अब किसी काम का नहीं है.