बर्थडे : इस वजह से मुमताज की शादी से खफा हो गये थे राजेश खन्ना
‘गोरे रंग पे ने इतना गुमान कर’ गीत सुनते ही आंखों के सामने गुजरे जमाने की मशहूर अदाकारा मुमताज को चेहरा आ जाता है. मुमताज बॉलीवुड की दिग्गज अभिनेत्रियों में शुमाकर की जाती हैं. बड़ी-बड़ी आंखों, काले बाल, गोरे रंग और अभिनय की अनोखी अदा से मुमताज ने अपना जादू बिखेरा था. 60-70 के दशक […]
‘गोरे रंग पे ने इतना गुमान कर’ गीत सुनते ही आंखों के सामने गुजरे जमाने की मशहूर अदाकारा मुमताज को चेहरा आ जाता है. मुमताज बॉलीवुड की दिग्गज अभिनेत्रियों में शुमाकर की जाती हैं. बड़ी-बड़ी आंखों, काले बाल, गोरे रंग और अभिनय की अनोखी अदा से मुमताज ने अपना जादू बिखेरा था. 60-70 के दशक में उन्होंने अपनी खूबसूरती से सबको अपना दीवाना बना लिया था. पर्दे पर उनकी और राजेश खन्ना की जोड़ी खूब पसंद की गई. लेकिन मुमताज की शादी से राजेश खन्ना खफा हो गये थे.
मुमताज का जन्म 31 जुलाई 1947 को मध्यमवर्गीय मुस्लिम परिवार में हुआ था. महज 12 साल की उम्र में ही उन्होंने इंडस्ट्री में कदम रखा था. उन्होंने इंडस्ट्री को कई सुपरहिट फिल्में दी जो आज भी दर्शकों की प्रिय बनी हुई है.
मुमताज की जोड़ी राजेश खन्ना के साथ खूब पसंद की गई. देश के पहले सुपरस्टार राजेश खन्ना के साथ मुमताज ने कई सुपरहिट फिल्में दी. वह दौर उनकी ज़िंदगी का गोल्डन टाइम साबित हुआ. यह जोड़ी उस समय पर्दे पर सफलता की गारंटी मानी जाती थी. इस जोड़ी ने ‘सच्चा-झूठा’, ‘दो रास्ते’, ‘आपकी कसम’, ‘अपना देश’, ‘दुश्मन’, ‘प्रेम कहानी’, ‘बंधन’ और ‘रोटी’ जैसी सफल और यादगार फ़िल्मों में काम किया.
कहा जाता है कि दोनों वास्तविक जीवन में भी एकदूसरे के करीब थे. ऐसे में जब साल 1974 में मुमताज ने मयूर माधवानी से शादी की तब राजेश खन्ना का दिल टूट गया. बताया जाता है कि वे मुमताज से नाराज हो गये थे क्योंकि वे नहीं चाहते थे मुमताज अभी शादी करे. शादी के बाद मुमताज ने फिल्मों में काम करना बंद कर दिया था. 1977 में आई फिल्म ‘आइना’ उनकी आखिरी फिल्म थी. उन्होंने साल 1990 में फिल्म ‘आंधियां’ से कमबैक किया था, हालांकि उन्हें सफलता नहीं मिल पाई.
72 वर्षीया मुमताज आज अपने वतन और कर्मभूमि मुंबई से हजारों किलोमीटर दूर रोम में रह रहीं हैं. मुमताज वहां अपनी बेटी और दामाद के साथ रहती हैं. मुमताज ने अपने करियर के दौरान उस दौर के नामी सितारों के साथ काम किया.
उन्होंने साल 1967 की फिल्म ‘राम और श्याम’ और 1969 की फिल्म आदमी और इंसान के लिए फिल्मफेयर बेस्ट सर्पोंटिग एक्ट्रेस का अवार्ड मिला था. साल 1971 में फिल्म ‘खिलौना’ के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार मिला था. 1996 में आईफा अवार्ड्स में उन्हें लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड और 2008 में आईफा उत्कृष्ट योगदान मानद पुरस्कार से नवाजा गया.