खास बातचीत: करण सिंह ग्रोवर की परफेक्ट बॉस है बिपाशा
अभिनेता करण सिंह ग्रोवर इन दिनों छोटे परदे पर सीरियल ‘कसौटी जिंदगी की’ में मिस्टर बजाज की भूमिका को निभा रहे हैं. हाल ही में उन्होंने एकता कपूर के वेब सीरिज ‘बॉस -द बाप ऑफ स्पेशल सर्विसेज’ के साथ डिजिटल प्लेटफॉर्म पर भी डेब्यू किया है. उर्मिला कोरी से हुई खास बातचीत… -इस वेब सीरीज […]
अभिनेता करण सिंह ग्रोवर इन दिनों छोटे परदे पर सीरियल ‘कसौटी जिंदगी की’ में मिस्टर बजाज की भूमिका को निभा रहे हैं. हाल ही में उन्होंने एकता कपूर के वेब सीरिज ‘बॉस -द बाप ऑफ स्पेशल सर्विसेज’ के साथ डिजिटल प्लेटफॉर्म पर भी डेब्यू किया है. उर्मिला कोरी से हुई खास बातचीत…
-इस वेब सीरीज में आपको क्या खास लगा?
वेब सीरीज के निर्देशक अंकुश और मेरा एक लव एंड हेट का बॉन्ड बन गया है. उनके साथ पहले भी काम किया है. लेखक गालिब ने भी बहुत ही अच्छे से कैरेक्टर और स्टोरी लिखी है. वह कमाल के लेखक हैं. मेरा किरदार काफी अलग लगा. एक किरदार में वह दो किरदार प्ले कर रहा है.
-एकता कपूर के साथ काम करने का अनुभव?
जिस किसी को भी उनके साथ काम करने का मौका मिलता है, वह लकी है. मेरी तो शुरुआत टीवी पर उन्हीं के शो से हुई थी. मैं बहुत खुश हूं कि मैं उनके साथ ‘कसौटी जिंदगी की’ भी कर रहा हूं और यह वेब सीरिज भी. मैं तो चाहता हूं कि महीने के तीसों दिन उनके प्रोडक्शन के किसी-न-किसी शो में काम करता रहूं.
-क्या यह सच है कि एकता को गुस्सा बहुत आता है?
जो डांट खाते हैं, उनको ज्यादा मालूम होगा. वैसे अगर एकता को गुस्सा आता भी है, तो वह जायज ही होता है, क्योंकि एक इंसान इतनी सारी चीजें और इतने सारे लोगों को चला रहा है. उन्हें समझ रहा है. काम कर रहा है. लोगों को इंटरटेन कर रहा है, तो अगर उनकी तरह काम में माहिर लोग उन्हें नहीं मिलेंगे जो सौ प्रतिशत दे सकें, तो गुस्सा आना ही है. मेरे लिए तो एकता दोस्त है. गाइड है, जो आपको अच्छी सलाह भी देती है. हम रोज बात नहीं करते हैं, लेकिन एक फोन की दूरी पर हम हैं. प्रोफेशनल से ज्यादा दोस्ती वाला रिश्ता है.
-मिस्टर बजाज का रोल करते हुए क्या आप प्रेशर में हैं?
मैं प्रेशर नहीं लेता. रोनित रॉय से कंपीट करने नहीं आया हूं, क्योंकि वे अलग लीग से हैं. मैं अलग लीग से. बस मैं उनके द्वारा निभाया किरदार कर रहा हूं. मेरा मुकाबला मुझसे ही है. मैंने अपने पिछले शोज में जो परफार्मेंस दिये हैं, बस उनसे बेहतर करना चाहता हूं.
-एक वक्त था जब आप परदे से लगभग गायब हो गये थे?
मैं उस वक़्त पेंटिंग कर रहा था. कभी-कभी उसमें फंस जाता हूं. मुझे थोड़ा समय लगा यह समझने में कि मुझे परफॉर्म भी करना है. इसके साथ ही मेरा ध्यान कहीं और था. इस वजह से मेरा ध्यान काम से बंट गया था. वैसे मैं हमेशा से रोल पर ही फोकस करता हूं, मीडियम पर नहीं. आप टीवी पर फिल्म दिखाओ या थियेटर में, मेरे लिए किरदार और कहानी सबकुछ हैं.
-चर्चा थी कि आप वेब सीरीज ‘जुदाई’ भी करने वाले थे?
(हंसते हुए) करण नाम के एक्टर्स की एक कम्युनिटी है, जिसमें कम से कम 35-40 करण नाम के एक्टर हैं. हम सभी को कोई शो एक साथ प्रेजेंट कर दिया जाता है. कहा जाता है कि ‘करणों… यह है स्टोरी है. कौन करण इसेकरना चाहता है’. हमें लगा कि करण कुंद्रा को ‘जुदाई’ करना चाहिए. जब ‘बॉस’ आया, तो सभी करणों ने कहा कि तू कर ले यार!
-आपको अपने नाम को लेकर कभी कंफ्यूजन हुआ है?
मेरे साथ हुआ है. सबसे ज्यादा करण वाही, करण वी ग्रोवर के साथ हुआ है. एक बार मेरे साथ हुआ था. हाल ही में लंदन में जब मैं फिल्म ‘आदत’ की शूटिंग कर रहा था. शायद मध्य प्रदेश के एक नेता थे वहां. उन्होंने कहा कि मैं आपको जानता हूं. मैंने बोला थैंक्यू. उन्होंने कहा कि आप करण वाही हैं ना! मैंने कहा नहीं. वे बोले नहीं-नहीं मैं आपको जानता हूं. मैंने आपको ‘नच बलिए’ होस्ट करते देखा है. किसी तरह मैं वहां से भाग निकला.
-बिपाशा ने इन दिनों काम से ब्रेक लिया हुआ है. कोई खास वजह?
बिपाशा लगातार काम कर रही हैं. मुझे नहीं लगता कि वह खाली बैठ सकती हैं. बस वह एक्टिंग नहीं कर रहीं. उसने इतनी फिल्में और इतने किरदार किये हैं कि अब कुछ अलग करना चाहती हैं. मुझे उम्मीद है कि फैंस उसे एक बार फिर स्क्रीन पर देखेंगे. हमारी साथ में थ्रिलर फिल्म ‘आदत’ आ रही है. उस फिल्म को बनने में थोड़ा वक्त लग गया, क्योंकि मेरा पैर टूट गया था.
-आपने कई बार कहा कि बिपाशा आपकी बॉस हैं. हम जानना चाहेंगे कि किस तरह की वे बॉस हैं?
बॉस वह होना चाहिए, जो चीजों को कंट्रोल कर ले. बिपाशा बहुत स्ट्रांग और स्मार्ट है. वह कुछ भी मैंनेज कर लेती है. एक साथ घर-बाहर सबकुछ. यहां तक कि मैं जब भी कुछ अच्छा करता हूं, तो मुझे टॉफी मिलती है. मैं सच कह रहा हूं, मजाक नहीं कर रहा. मुझे कैंडी बहुत पसंद है, इसलिए बिपाशा मुझे कैंडी का बड़ा जार गिफ्ट करती हैं. मेरा मतलब है कि वह मेरे काम की सराहना करना भी नहीं भूलती. मेरी पेंटिंग्स, अभिनय सब की. मेरी गलतियों पर वह मुझे सुनाती भी है, फिर चाहे मुझे कितना भी बुरा क्यों न लगे. मुझे लगता है कि आपकी जिंदगी में कोई एक तो ऐसा होना ही चाहिए, जो आपको सच का आईना दिखा सके. वह परफेक्ट बॉस है.
-पति के तौर पर बीवी बिपाशा को स्पेशल फील करवाने के लिए क्या करते हैं?
मैं उन्हें ज्यादा तंग नहीं करता. मैं पहले बहुत सारे फूल खरीद कर उसे देता था, लेकिन एक दिन मुझे डांट पड़ गयी कि फूलों पर इतने पैसे क्यों खर्च कर रहे हो. मैं अपने कपड़े खुद फोल्ड करके रखता हूं. उसके लिए ऑमलेट बनाता हूं. घर के छोटे-छोटे कामों में मदद करता हूं. पहले कबर्ड से टी-शर्ट निकालने में सब गिरा देता था, मगर अब ऐसा नहीं होता. मेरी मां तो मजाक में डांटती भी हैं कि पहले तो तू ऐसा नहीं करता था. पूरे घर में कपड़े फैलाये रहता था. अब बीवी के लिए सब कर रहा है. मुझे यह अच्छा लगता है.