कोलकाता : जाने माने फिल्मकार सत्यजीत रे ने विभूति भूषण बंदोपाध्याय की 1932 के उपन्यास ‘अपराजितो’ पर आधारित ‘अपूर संसार’ का निर्माण किया था और अब 60 साल बाद मधुर भंडारकर इसी उपन्यास पर आधारित बांग्ला फिल्म ‘अभिजात्रिक’ (अपु की जीवन यात्रा) का सहनिर्माण करने वाले हैं. इस श्वेत श्याम फिल्म का निर्देशन युवा फिल्मकार शुभ्रजीत मित्रा करेंगे और निर्माण भंडारकर करेंगे.
मित्रा ने बताया, ‘फिल्म की कहानी विभूति भूषण बंदोपाध्याय के उपन्यास का अंतिम भाग है, जिसे अपु की तीन संस्करणों वाली फिल्मों में नहीं दर्शाया गया है. यह फिल्म अपु, उनके बेटे की जीवन यात्रा को दर्शाती है और यह उस जगह से शुरू होती जहां से अपु का संसार (अपुर संसार) खत्म होती है. यह फिल्म महान फिल्मकार (रे) को श्रद्धांजलि होगी.’
निर्देशक ने कहा कि फिल्म में अपु अपने बेटे की आंखों से अपने बचपन को जियेगा, जिसमें वह बनारस और अपने गांव निश्चिंदीपुर की यात्रा करेगा. एक कार्यक्रम के लिये हाल ही में शहर आये भंडारकर ने कहा कि फिल्म का हिस्सा बनकर उनमें नयी ‘‘ऊर्जा” आ गयी है और उन्हें लगता है कि यह ऐसा विषय है जिसे लोगों को जरूर बताना चाहिए.