स्विट्जरलैंड की भौगोलिक स्थिति समझने के लिए गूगल मैप का काम करती हैं भारतीय फिल्में: कोविंद

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बृहस्पतिवार को कहा कि खूबसूरत स्विट्जरलैंड की भौगोलिक स्थिति को समझाने के लिए भारतीय फिल्मों के दृश्य गूगल मैप जितने ही कारगर हैं. स्विट्जरलैंड की यात्रा पर यहां आए कोविंद ने प्रतिष्ठित बर्न विश्वविद्यालय के छात्रों एवं शिक्षकों को ‘भारत-स्विट्जरलैंड के बीच नए युग की साझेदारी: आल्प्स को हिमालय के साथ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 13, 2019 7:31 AM

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बृहस्पतिवार को कहा कि खूबसूरत स्विट्जरलैंड की भौगोलिक स्थिति को समझाने के लिए भारतीय फिल्मों के दृश्य गूगल मैप जितने ही कारगर हैं. स्विट्जरलैंड की यात्रा पर यहां आए कोविंद ने प्रतिष्ठित बर्न विश्वविद्यालय के छात्रों एवं शिक्षकों को ‘भारत-स्विट्जरलैंड के बीच नए युग की साझेदारी: आल्प्स को हिमालय के साथ जोड़ना’ विषय पर संबोधित करते हुए कहा कि भारत और स्विट्जरलैंड के बीच अतीत की, मौजूदा या भविष्य की साझेदारी पर कोई भी बात दोनों देशों के लोगों के बीच आपसी संबंधों के बिना अधूरी है.

उन्होंने कहा, ‘‘बॉलीवुड ने स्विट्जरलैंड को भारत के हर कोने में पहुंचाया है. भले ही वह बर्फ से ढका जुंगफ्राउ हो या बर्न में आइंस्टीन संग्रहालय के सामने आईटीयू स्मारक, भारतीय फिल्म उद्योग ने सभी को कैमरे में कैद किया है.”

राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘स्विट्जरलैंड की भौगोलिक स्थिति समझने में भारतीय फिल्मों के दृश्य गूगल मैप की ही तरह प्रभावशाली हैं.” फिल्म निर्देशक राज कपूर ने 1964 में अपनी फिल्म ‘‘संगम” के जरिए भारतीय सिनेप्रेमियों को बर्फ से ढकी आल्प्स की चोटियों की खूबसूरती का दीदार कराया था. इसके बाद से कई भारतीय फिल्में स्विट्जरलैंड की खूबसूरत वादियों में फिल्माई गई हैं.

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