मुंबई : फिल्म ‘बाला’ और ‘उजड़ा चमन’ को मिल रही चर्चा के बीच अभिनेत्री श्वेता त्रिपाठी ने निराशा व्यक्त करते हुए कहा कि अगर उनकी फिल्म “गॉन केश” इन फिल्मों की तरह बड़े बैनर तले बनी होती तो शायद अच्छी कमाई करती. गंजेपन से जूझते आदमी की कहानी पर आधारित फिल्में “बाला” और “उजड़ा चमन” के महीनों पहले श्वेता त्रिपाठी की फिल्म “गॉन केश” रिलीज हुई थी.
लेखक और निर्देशक कासिम खालो की पहली फिल्म “गॉन केश” में श्वेता एक ऐसी लड़की के किरदार में थी जो ऐलोपीसीया नामक बीमारी से पीड़ित है जिसके कारण उसके बाल तेजी से झड़ने लगते हैं.
“गॉन केश” को आयुष्मान खुराना की “बाला” और सनी सिंह अभिनीत “उजड़ा चमन” जैसी प्रसिद्धि नहीं मिली. श्वेता ने कहा, “जब ‘गॉन केश’ रिलीज हुई थी, तब मुझे बुरा लग रहा था क्योंकि हमारे पास उतना प्रचार करने के लिए पैसे नहीं थे. फिर भी मैं दर्शकों से उम्मीद कर रही थी कि लोग हमारी फिल्म देखने आएंगे.”
उन्होंने कहा कि “बाला” या “उजड़ा चमन” के निर्माताओं में से अगर किसी ने भी “गॉन केश” बनायी होती तो शायद स्थिति कुछ और होती.