फिल्म उद्योग में अच्छा बने रहना काफी नहीं होता : गुलशन

मुंबई: अभिनेता गुलशन देवैया का कहना है कि कड़ी मेहनत और अपनी कला में बेहतर होना आपको यहां टिके रहने में मदद करता है और यह सुनने में अच्छा भी लगता है लेकिन वास्तव में यह एक मिथक है. अभिनेता का मानना है कि फिल्म उद्योग में एक कलाकार के तौर पर किसी को भी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 2, 2019 9:31 AM

मुंबई: अभिनेता गुलशन देवैया का कहना है कि कड़ी मेहनत और अपनी कला में बेहतर होना आपको यहां टिके रहने में मदद करता है और यह सुनने में अच्छा भी लगता है लेकिन वास्तव में यह एक मिथक है. अभिनेता का मानना है कि फिल्म उद्योग में एक कलाकार के तौर पर किसी को भी संपर्क बनाने और सही समय पर सही जगह पर होने की कला सीखने की जरूरत है.

उन्होंने कहा, ‘जब मैं यहां आया था तो मुझे सिर्फ इतना पता था कि काम कैसे करें. जब लोग कहते हैं, जैसे कड़ी मेहनत मुझे यहां लेकर आई या अच्छे बने रहना अच्छा होता है, इसमें कोई सच्चाई नहीं है. यह सब सिर्फ विचार के रूप में ही अच्छे लगते हैं.’

देवैया ने एक साक्षात्कार में कहा, ‘आपको सही वक्त पर सही व्यक्ति के सामने दिखना होता है, उनसे हाथ मिलाना होता है और पूछना होता है, ‘आप कैसे हैं?’ मतलब आप किसे जानते हैं और कौन-कौन आपको जानता है.”

उनका मानना है कि फिल्म उद्योग में हर किसी को कहीं न कहीं ना सुनना पड़ता है और इसका एक कलाकार पर प्रभाव पड़ता है. देवैया ने कहा कि उनके कॅरियर में नया मोड़ लाने वाली फिल्में हैं ‘शैतान’, ‘हंटर’ और ‘मर्द को दर्द नहीं होता’.

अभिनेता की हालिया फिल्म विद्युत जामवाल अभिनीत ‘कमांडो 3′ है जो शुक्रवार को रिलीज हो गई. देवैया ने इसमें नकारात्मक किरदार निभाया है. फिल्म का निर्देशन आदित्य दत्त ने किया है.

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