हिंदी सिनेमा की दिग्गज अदाकारा आशा पारेख कई यादगार फिल्मों की विरासत छोड़ी है. वह एक जमाने में सबसे ज्यादा फीस लेनेवाली अभिनेत्री थीं और अपने दमदार अभिनय की बदौलत उन्होंने करोड़ों दिलों पर राज किया. आशा पारेख ने जिंदगीभर अकेले रहने का फैसला किया था जिसके पीछे एक बेहद भावुक वजह थी.
इस बात का खुलासा उन्होंने पहले अपनी बायोग्राफी और अब वर्व मैगजीन को दिये एक इंटरव्यू में किया. आशा ने सिंगल रहने के सवाल का जवाब देते हुए कहा, यह उनकी जिंदगी का सबसे सही फैसला था.
आशा पारेख ने खुलासा किया कि, वह जिस शख्स से प्यार करती थीं, वो शादीशुदा थे. ऐसे में उनसे शादी करके वह घर तोड़नेवाली औरत नहीं कहलाना चाहती थीं. इसलिए उन्होंने फैसला किया कि वह आजीवन सिंगल ही रहें.
‘कटी पतंग’ अभिनेत्री ने अपनी जिंदगी के इस अहम पहलू का जिक्र अपनी बायोग्राफी हिट गर्ल में भी किया है. यह बायोग्राफी साल 2017 में रिलीज हुई थी. उन्होंने इस किताब में खुलासा किया कि वह फिल्ममेकर नासीर हुसैन से प्यार करती थीं, लेकिन वह शादीशुदा थे, ऐसे में वह पीछे हट गई और आजीवन सिंगल रहने का फैसला किया.
बता दें कि आशा पारेख ने कटी पतंग, तीसरी मंजिल, लव इन टोक्यो और आन मिलो सजना जैसी कई सुपरहिट फिल्मों में काम किया है. फिल्मों के अलावा आशा पारेख फिल्मों से जुड़े कई शीर्ष पदों पर भी रहीं. वह 1994 से लेकर 2000 तक सिने आर्टिस्ट एसोसिएशन की अध्यक्ष भी रहीं. सेंसर बोर्ड की पहली महिला अध्यक्ष बनने का गौरव भी उन्हीं के नाम है.
साल 1992 में आशा पारेख को पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. उन्होंने अपने करियर की शुरुआत एक चाईल्ड आर्टिस्ट के तौर पर की थी. साल 1959 में नासिर हुसैन ने बतौर लीड एक्ट्रेस आशा पारेख को फिल्म दिल देके देखो में ब्रेक दिया. फिल्म में शम्मी कपूर लीड रोल में थे. इसके बाद अभिनत्री कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. अभिनेत्री फिलहाल पर्दे से दूर हैं लेकिन कई टीवी कार्यक्रमों में बतौर मेहमान नजर आ चुकी हैं.