सलमान खान संग रोमांटिक सीन को लेकर बेहद नर्वस थी ये अभिनेत्री
सलमान खान की फिल्म ‘दबंग 3’ जल्द ही सिनेमाघरों में दस्तक देने वाली है. इस फिल्म से अभिनेत्री सईं मांजरेकर अपने अभिनय करियर की शुरुआत करने जा रही हैं. निर्देशक व अभिनेता महेश मांजरेकर की बेटी सईं मांजरेकर इस डेब्यू को सपने जैसा करार देती हैं. उनका कहना है कि पहली ही फिल्म सलमान खान […]
सलमान खान की फिल्म ‘दबंग 3’ जल्द ही सिनेमाघरों में दस्तक देने वाली है. इस फिल्म से अभिनेत्री सईं मांजरेकर अपने अभिनय करियर की शुरुआत करने जा रही हैं. निर्देशक व अभिनेता महेश मांजरेकर की बेटी सईं मांजरेकर इस डेब्यू को सपने जैसा करार देती हैं. उनका कहना है कि पहली ही फिल्म सलमान खान के साथ! इससे ज्यादा और क्या चाहिए. सईं के इस फिल्म के साथ जुड़ाव व करियर पर हुई उर्मिला कोरी से बातचीत के प्रमुख अंश.
फिल्म की कहानी में क्या खास है?
फिल्म इस बार मुंबई आ पहुंची है. चुलबुल आखिरकार चुलबुल कैसे बना. इस बार की कड़ी इस पर फोकस किया गया है. फिल्म में सबकुछ है ड्रामा, इमोशन सब कुछ है और उसके साथ चुलबुल पांडे का अलहदा किरदार. मैंने कभी सोचा नहीं था कि इतनी बड़ी फिल्म के साथ मेरी शुरुआत होगी.
सलमान को आप एक्टर के तौर पर कितना अलग पाती है?
वह बहुत ही मेहनती हैं. जितनी मेहनत वह अपनी फिल्मों के लिए करते हैं. मैं भी करना चाहती हूं. जब मेरे पापा उनके साथ काम करते थे तो मैं उन्हें देखा करती थी. फिल्म बॉडीगार्ड के सेट पर मैं गयी थी.
ऑन स्क्रीन सलमान के साथ रोमांस करने को लेकर कितनी सहज थीं?
सलमान सर ने मुझे सहज करवाया. शुरुआत में मैं काफी नर्वस थी. फिल्म में मेरा पहला शॉट गाने का था. जो मैंने आसानी से कर लिया. सलमान सर और प्रभु सर को पता है कि ये मेरी पहली फिल्म है तो उन्होंने सेट पर मुझे सहज करने के लिए सबकुछ किया.
सलमान अपने को-एक्टर्स को बहुत अपनापन देते हैं, गिफ्ट्स देने की भी बातें भी सामने आती रहती हैं?
सलमान सर के साथ काम करना अपने आप में बहुत बड़ा तोहफा है. ओ जाने जाना पर हम सभी डांस कर रहे थे. मेरे मम्मी-पापा भी वहां थे. सलमान सर डांस करते हुए आये और अपने पॉकेट से चेक निकालकर मुझे बहुत खूबसूरत अंदाज में दिया. जो मेरे लिए कभी न भूलने वाला पल बन गया.
क्या सलमान ने आपको कोई टिप्स भी दी?
सलमान सर मेहनत में विश्वास करते हैं, उनका कहना ही है कि मेहनत करो, सफलता तुम्हें फॉलो करेगी. उन्होंने खुद इतनी मेहनत की है. यही वजह है कि इतने सालों बाद भी वह इंडस्ट्री में बरकरार हैं.
पहली बार आपने कैमरे का सामना कब किया था?
मेरे पापा की फिल्म ‘काकस्पर्श’ थी. उसमें मेरा छोटा सा रोल था. उस वक्त मैं छह साल की थी. शूटिंग शुरू होने से पहले मैं जोर-जोर से रोने लगी थी. समय के साथ मुझे फिल्मों से लगाव होता चला गया. मैं कॉलेज बंक करके सेट पर जाया करती थी और एक-एक बारीकी पर गौर किया करती थी, कि शूटिंग कैसे हो रही है. मैं हमेशा से ही एक्ट्रेस बनना चाहती थी लेकिन मेरे परिवार वाले चाहते थे कि मैं अपनी पढ़ाई पूरी करूं उसके बाद अभिनय में अपनी शुरुआत करूं. मेरे पिता खुद भी निर्देशक हैं, लेकिन मुझे खुशी है कि मैंने उनकी फिल्म से अपने करियर की शुरुआत नहीं की.
आपने अभिनय में कोई प्रशिक्षण लिया है?
मैं स्कूल कॉलेज में थिएटर किया करती थी. मैंने थिएटर और मोनोलॉग की पढ़ाई की है. प्ले देखने के लिए मैं पृथ्वी थिएटर खूब जाया करती थी.