18.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

विरोधाभासी व्यक्तित्व वाले शख्स थे साहिर लुधियानवी : जावेद अख्तर

नयी दिल्ली : कवि एवं गीतकार जावेद अख्तर ने शनिवार को यहां कहा कि अपनी कविताओं के जरिए सच्चाई बयां करने और सही बात के लिए लड़ते समय अपने उग्र रवैये के लिए जाने जाने वाले साहिर लुधियानवी निजी जिंदगी में बिल्कुल विपरीत थे. अख्तर ने यहां ‘जश्न ए रेख्ता’ उत्सव में कहा, ‘‘वह विरोधाभासी […]

नयी दिल्ली : कवि एवं गीतकार जावेद अख्तर ने शनिवार को यहां कहा कि अपनी कविताओं के जरिए सच्चाई बयां करने और सही बात के लिए लड़ते समय अपने उग्र रवैये के लिए जाने जाने वाले साहिर लुधियानवी निजी जिंदगी में बिल्कुल विपरीत थे. अख्तर ने यहां ‘जश्न ए रेख्ता’ उत्सव में कहा, ‘‘वह विरोधाभासी व्यक्तित्व वाले इंसान थे.’

उन्‍होंने कहा,’ यदि मैं कहूं कि वह अच्छे व्यक्ति थे, तो उनके बारे में इससे अधिक उबाऊ बात और कोई नहीं हो सकती. जब वह अच्छे होते थे तो उनकी अच्छाई की कोई सीमा नहीं थी और जब वह किसी से गुस्सा होते थे, तो उसकी भी कोई सीमा नहीं होती थी. मैं उनके साथ एक पेंडुलम की तरह था.’

साहिर एक अमीर जमींदार की इकलौती संतान थे. साहिर जब बच्चे थे तभी उनके माता पिता का तलाक हो गया था जिसके बाद वह अपनी मां के साथ रहे और उन्होंने एक सफल कवि एवं गीतकार बनने से पहले गरीबी में जीवन बिताया. अख्तर ने कहा कि लुधियानवी ने जीवन में जो कुछ सहा, उसे देखकर यह सोचना गलत होगा कि इतने सफल कवि का जीवन काफी आसान रहा होगा.

74 वर्षीय अख्तर ने कहा, ‘‘क्या आपको लगता है कि एक आसान जीवन जीने वाला व्यक्ति अपनी पुस्तक का नाम ‘तल्खियां’ रखता? यह संभव नहीं है.’ अख्तर ने बताया कि लुधियानवी का अपनी मां के साथ जो लगाव और रिश्ता था, वैसा मां-बेटा का रिश्ता उन्होंने कहीं नहीं देखा.

उन्होंने एक घटना का जिक्र करते हुए बताया कि एक बार लुधियानवी ने अपने घर में आयोजित एक समारोह में राजनीतिक हालात पर टिप्पणी की जिस पर सभी ने सहमति जताई. अख्तर ने कहा, ‘लुधियानवी ने सबका शुक्रिया अदा किया और बातचीत के बीच में ही वह घर के दूसरे कोने में अपनी मां के पास गए और उन्हें पूरी घटना बताई कि किस प्रकार अन्य लोगों ने उनके नजरिए की सराहना की. इसके बाद वह वापस आ गए.’

अख्तर ने कहा कि लुधियानवी मंत्रियों को झिड़क सकते थे, निर्देशकों, निर्माताओं एवं संगीतकारों के लड़ सकते थे, लेकिन दूसरी ही तरफ वह छोटी-छोटी बातों के लिए अपनी मां की मंजूरी लेते थे.’ उन्होंने कहा, ‘वह केवल एक व्यक्ति नहीं थे, उनके भीतर कई इंसान रहते थे.’

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें