जेएनयू हिंसा पर बोले अजय देवगन
अजय देवगन की फिल्म ‘तानाजी- द अनसंग’ वॉरियर और दीपिका पादुकोण की फिल्म छपाक 10 जनवरी को सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है. जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में हुई हिंसा के बाद जेएनयू जाने को लेकर कुछ लोग दीपिका की फिल्म का बहिष्कार कर रहे हैं और तानाजी देखने की अपील कर रहे हैं. अब […]
अजय देवगन की फिल्म ‘तानाजी- द अनसंग’ वॉरियर और दीपिका पादुकोण की फिल्म छपाक 10 जनवरी को सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है. जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में हुई हिंसा के बाद जेएनयू जाने को लेकर कुछ लोग दीपिका की फिल्म का बहिष्कार कर रहे हैं और तानाजी देखने की अपील कर रहे हैं.
अब अजय देवगन ने सोशल मीडिया के जरिये जेएनयू मसले पर अपनी बात रखी है. उन्होंने ट्वीट किया,’ मैंने हमेशा यह कहा है कि हमें उचित तथ्यों के आने का इंतजार करना चाहिए. मैं सभी से अपील करता हूं कि हमें शांति और भाईचारे की भावना से आगे बढ़ना चाहिये, इसे जानबूझकर या लापरवाही से पटरी से नहीं उतरने देना चाहिये.’
अजय देगवन के इस ट्वीट को पसंद किया जा रहा है, हालांकि कुछ लोगों को उनकी यह बात नागवार गुजरी है. एक्टर ने एक इंटरव्यू में भी कहा था कि, दोनों ही फिल्में अच्छी है और वह खहते हैं कि लोगों को दोनों ही फिल्में देखनी चाहिये.
बता दें कि, जेएनयू में कुछ छात्रों के साथ हुई हिंसा को लेकर सोशल मीडिया पर पिछले कुछ दिनों से बवाल मचा है. आम लोग से लेकर खास लोग तब इसे लेकर अपनी प्रतिक्रियांए दे रहे हैं. दरअसल, दीपिका अपनी फिल्म छपाक को प्रमोट करने दिल्ली पहुंची थीं और उन्होंने जेएनयू के बाहर प्रदर्शन कर रहे छात्र-छात्राओं से मुलाकात की थी, जिसके बाद उन्हें जमकर ट्रोल किया जा रहा है. हालांकि उन्होंने कोई भाषण तो नहीं दिया था लेकिन वह छात्र नेताओं के पीछे चुपचाप खड़ी रहीं थीं.
बता दें कि, तानाजी देश के 3880 स्क्रीन्स पर रिलीज हुई है. वहीं छपाक को 1700 स्क्रीन्स मिले हैं. तानाजी के मुकाबले यह छोटी फिल्म है. तानाजी की कहानी इतिहास से जुड़ी है, जबकि छपाक की कहानी मौजूदा दौर की है. छपाक एसिड सर्वाइवर लक्ष्मी अग्रवाल पर बनी है जिसका निर्देश मेघना गुलजार ने किया है.