बॉलीवुड निर्माता-निर्देशक करण जौहर को भी इस बार पद्मश्री पुरस्कार के लिए चुना गया है. करण ने इस पर खुशी जताते हुए पोस्ट किया है कि ऐसा हर बात पर नहीं होता कि मुझे कहने के लिए शब्द न मिल रहे हों, लेकिन पद्मश्री, देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों में से एक ऐसा सम्मान पाना, ऐसा ही अवसर है. मैं बहुत सारी भावनाओं से भरा हुआ हूं. मुझे पता है कि मेरे पिता को गर्व होगा. काश, इस पल को साझा करने के लिए वह मेरे साथ होते.
बॉलीवुड के दिग्गज निर्माता यश जौहर के बेटे करण जौहर ने बॉलीवुड में ‘कुछ-कछ होता है’ के निर्देशन से कदम रखा था. उनकी पहली ही फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर कमाल दिखा दिया था. इससे पहले ‘दिलवाले दुल्हनियां ले जायेंगे’ में छोटा-सा रोल निभाते दिखे थे.
दरअसल, करण जौहर के फ्रेंड आदित्य चोपड़ा ने उनसे फिल्म ‘दिलवाले दुल्हनियां ले जायेंगे’ के लिए मदद के लिए पूछा तो करण ने हां कहा. जब करण स्विटजरलैंड में इस फिल्म पर काम कर रहे थे तो शाहरुख खान ने करण को सुझाव दिया कि वह अपनी फिल्म का निर्देशन करें.
इसी के बाद करण ने ‘कुछ कुछ होता है’ बनायी. यह फिल्म एक बड़ी हिट साबित हुई. इसके बाद करण जौहर ने पीछे मुड़कर नहीं देखा.
उन्होंने ‘कल हो न हो’, ‘कभी अलविदा न कहना’, ‘दोस्ताना’, ‘कुर्बान’, ‘कभी खुशी कभी गम’, ‘माई नेम इज खान’, ‘स्टूडेंट ऑफ द इयर’, ‘बॉम्बे टॉकीज’, ‘ए दिल है मुश्किल’ और ‘लस्ट स्टोरीज’ जैसी फिल्मों का निर्माण किया.