मणिपुर में ‘मैरीकॉम’ नहीं दिखाए जाने से निराश हैं बॉक्सर मैरी कॉम
कोलकाता: प्रियंका चोपडा अभिनीत फिल्म ‘मैरीकॉम’ को अपने राज्य मणिपुर में नहीं दिखाए जाने से एम सी मैरीकॉम निराश हैं.यह फिल्म बॉक्सिंग विजेता रही मैरीकॉम की जीवनी पर बनी है. मणिपुर में उग्रवादी संगठनों ने फिल्म दिखाए जाने पर प्रतिबंध लगाया है. मैरी ने इंफाल से पीटीआई को बताया, ‘‘मैं बहुत दुखी हूं क्योंकि हर […]
कोलकाता: प्रियंका चोपडा अभिनीत फिल्म ‘मैरीकॉम’ को अपने राज्य मणिपुर में नहीं दिखाए जाने से एम सी मैरीकॉम निराश हैं.यह फिल्म बॉक्सिंग विजेता रही मैरीकॉम की जीवनी पर बनी है. मणिपुर में उग्रवादी संगठनों ने फिल्म दिखाए जाने पर प्रतिबंध लगाया है.
मैरी ने इंफाल से पीटीआई को बताया, ‘‘मैं बहुत दुखी हूं क्योंकि हर जगह लोग मेरे जीवन पर बनी फिल्म देख रहे हैं लेकिन केवल मणिपुर में ही लोग फिल्म नहीं देख पा रहे हैं. यहां फिल्म रिलीज करना काफी जोखिम भरा है इसलिए मुझे लगता है कि ऐसा करना ही ठीक है. लेकिन मैंने और सरकार ने इसे रिलीज कराने की पूरी कोशिश की.’’
सितंबर 2000 तक मणिपुर में अलगाववादी उग्रवादी समूह ‘रिवॉल्यूशनरी पिपुल्स फ्रंट’ द्वारा हिंदी फिल्मों के प्रदर्शन पर प्रतिबंध लगाया गया था, समूह का दावा था कि बॉलीवुड की फिल्में मणिपुरी मूल्यों के खिलाफ हैं.
मैरी ने कहा कि हालांकि मुंबई में फिल्म के प्रीमियर के वक्त उनके परिवार ने फिल्म देखी थी लेकिन उनके दोस्त, सगे संबंधी, बॉक्सिंग छात्र और पडोसी उनकी जीवनी पर बनी फिल्म नहीं देख पा रहे हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘उनके दोस्त, सगे संबंधी, पडोसी, बॉक्सिंग छात्र फिल्म देखना चाहते हैं लेकिन हमारे पास कोई विकल्प नहीं है.’’ मैरी कॉम एकमात्र ऐसी महिला बॉक्सर हैं जिन्होंने सभी छह विश्व चैंपियनशिप में पदक जीते.
वे एकमात्र ऐसी भारतीय बॉक्सर थीं जो वर्ष 2012 के विश्व ओलंपिक के लिए चुनी गई थीं और उन्होंने कांस्य पदक भी जीता था.मणिपुरी फिल्मकार हाओबाम पबन कुमार ने कहा कि यदि किसी भी फिल्मकार की फिल्म के रिलीज में रुकावट आती है तो उसके लिए यह बहुत दुखद होता है.