नयी दिल्ली : फिल्म ‘मैरी कॉम’ कर सफलता से जहां एक ओर प्रियंका चोपड़ा खुश हैं वहीं मणिपुर में फिल्म रिलीज नहीं हो पाने का उन्हें मलाल भी है. बॉक्सर मैरी कॉम की जिंदगी पर आधारित फिल्म के लिए प्रियंका की चारों ओर तारीफ हो रही है. अपनी जीवन पर बनी फिल्म के अपने गृह शहर में बडे पर्दे पर नहीं दिखाये जाने को लेकर मैरी कॉम ने भी दुख व्यक्त किया था.
अलगाववादी उग्रवादी संगठन रिवोल्युशनरी पीपुल्स फ्रंट ने सितंबर 2000 से मणिपुर में हिन्दी फिल्मों के प्रदर्शन पर प्रतिबंध लगा रखा है. उनका कहना है कि हिन्दी फिल्में मणिपुरी मूल्यों के खिलाफ होती हैं. प्रियंका ने एक साक्षात्कार में पीटीआई को बताया ‘‘इसे लेकर मैं बहुत दुखी महसूस कर रही हूं. मैरी ने खुद सरकारी अधिकारियों से बात की लेकिन कुछ नहीं हो सका.
यह निर्णय लोगों द्वारा किया जाता है.मैं बेहद निराश हूं कि वहां के लोग मेरी फिल्म नहीं देख सकते. यह पिछले दस सालों से हो रहा है.’’ हालांकि 32 वर्षीय अभिनेत्री ने उम्मीद व्यक्त की कि पिछले सप्ताह प्रदर्शित हुयी फिल्म उत्तर पूर्व और शेष भारत के बीच की खाई में सेतु बनने में मदद करेगी क्योंकि यह फिल्म उनकी धरती की बेटी की बात कर रही है.
उन्होंने कहा कि वहां के लोग अन्य जगहों पर किये जाने वाले व्यवहार को लेकर खुश नहीं हैं. मुङो उम्मीद है कि यह फिल्म उस पर प्रकाश डाल रही है और हम लोग किसी भी तरीके से मदद कर सकते हैं.