मशहूर गायिका आशा भोसले ने एक कार्यक्रम में अपने पति आर डी बर्मन के साथ की अपनी रिकार्डिंग को याद करते हुए कहा कि उन्हें आजकल के गाने बिल्कुल पसंद नहीं हैं. आशा ने बताया कि आजकल लोग सुर से ज्यादा रिदम को पसंद करते हैं.
आशा ने बताया कि ‘मुझे आजकल के गाने बिल्कुल पसंद नहीं हैं क्योंकि लोग आजकल केवल नृत्य प्रेमी हैं. उन्हें सिर्फ नृत्य करना पसंद है चाहे वो जवान हों या बूढे. हर कोई शदियों में नृत्य करना चाहता है. उन्हें नृत्य करने के लिए गाने के सुर और राग से कोई मतलब नहीं हैं. उन्हें तो बस कोई भी म्यूजिक चाहिए’.
आशा कोलकाता में एक बंगाली अलबम ‘पंचम तुमी कोथाय’ के म्यूजिक लांच पर संवाददाताओं से बोल रही थीं. सारेगामा द्वारा लांच किये जा रहे इस अलबम में कुल आठ गाने हैं जो आशा भोसले ने खुद पसंद किया है. ये गाने मुख्य रूप से उनके पति आर डी बर्मन ने गया है. इन गानों की रिकार्डिंग फिर से आशा ने बंग्ला में की है इसे विशेष रूप से दुर्गापूजा के लिए तैयार किया गया है.
कार्यक्रम में आशा ने कहा कि ‘कोलकाता के लोगों के लिए उनके चहेते पंचम दा अब भी जीवित हैं और इसीलिए लोग यहां मुझे भी पसंद करते हैं क्योंकि मैं इनकी बहू हूं.’
आशा ने बताया की उन्होंने अपने गाये गानों में ‘पंचम दा’ की गायिकी की बारिकियों पर विशेष ध्यान दिया है.