ओमंग कुमार के निर्देशन में बनी फिल्म ‘मैरीकॉम’ को लेकर पांच बार की विश्व चैम्पियन महिला मुक्केबाज मैरी कॉम बेहद खुश है. उनका कहना है कि यह मेरी जीवन के कई उतार चढावों को दर्शाता है. इस फिल्म के लिए प्रियंका का चुनाव भी बेहतर है.
भले ही लोग यह कहे कि प्रियंका का इस फिलम के लिए चुनाव सही नही था लेकिन मैरी खुश है. मैरी कॉम कहती हैं, ‘‘मुझे सबसे ज्यादा खुशी इस बात से है कि यह कहानी युवा पीढ़ी को प्रेरित करेगी. इस फिल्म के बाद मेरे संघर्ष की कहानी भी भारत के कोने-कोने में पहुंची है.’’
मैरी का कहना है कि प्रियंका की एक्टिंग से वह बहुत प्रभावित हुई है. यह मेरी सच्ची कहानी है. मुझे वह फिल्म देखकर रोना आ गया. यह फिल्म देख मुझे अपने संघर्ष के दिन याद आ गए. फिल्म ने मुझे भावुक बना दिया था.’
मैरी ने फिल्म में प्रियंका के अलावा पति का किरदार निभाने वाले दर्शन कुमार के भी अभिनय की तारिफ की. प्रियंका से चेहरे नहीं मिलने की बात पूछने पर मैरी ने कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि चेहरा मिलना जरूरी है. सबसे जरूरी मेरी भावनाओं और सोच को प्रदर्शित करना था.’’
‘मैरीकॉम’ को मणिपुर में प्रदर्शित नहीं करने से मैरी दुखी है. वह चाहती थी कि इस फिल्म को लोग मणिपुर में देखें. लेकिन वहां हिंदी फिल्मों का प्रदर्शन प्रतिबंधित है. उनके बच्चों ने भी यह फिल्म देखी और वे जानते हैं कि ये उनके मां की कहानी है.
भविष्य की योजना बताते हुए मैरी ने कहा कि एशियाई खेलों में देश के लिए अच्छा प्रदर्शन करना अगला लक्ष्य होगा. मैरी का कहना है कि मैं हमेशा से ही अपने देश का नाम रोशन करना चाहती हूं.
‘मैरीकॉम’ को दर्शकों का बेहतर रिस्पांस मिल रहा है. यह युवाओं को आगे बढाने में कारगर साबित हो सकती है. प्रियंका ने इस फिल्म के लिए काफी मेहनत की है. वे खुद भी मैरी के संघर्ष को देखकर हैरान हो गई थी.