जानिए ”सुन-सुन दीदी” कहने वाली रेखा और ”इंजन की सीटी” सोनम में अंतर
वर्ष 1980 में रिलीज हुई ऋषिकेश मुखर्जी की फिल्म "खूबसूरत" की रीमेक में रेखा की जगह सोनम कपूर ने अभिनय किया है. दोनों ही फिल्मों के टाइटल एक है. रेखा की जगह सोनम कपूर का जलवा देखने को मिला. रेखा अभिनीत फिल्म दर्शकों को खासा पसंद आई थी. वही सोनम की फिल्म दर्शकों का मनोरंजन […]
वर्ष 1980 में रिलीज हुई ऋषिकेश मुखर्जी की फिल्म "खूबसूरत" की रीमेक में रेखा की जगह सोनम कपूर ने अभिनय किया है. दोनों ही फिल्मों के टाइटल एक है. रेखा की जगह सोनम कपूर का जलवा देखने को मिला. रेखा अभिनीत फिल्म दर्शकों को खासा पसंद आई थी. वही सोनम की फिल्म दर्शकों का मनोरंजन कर रही है.
शशांक घोष की नई "खूबसूरत" और ऋषिकेश मुखर्जी की फिलम रेखा की "खूबसूरत" से इसकी तुलना करना गलत होगा. उस रेखा की फिल्म "खूबसूरत" के सामने यह सोनम की फिल्म "खूबसूरत" बहुत ही हल्की लगती है. शशांक घोष ने फिल्म को नए तरीके से पिरोने की कोशिश की है. काफी हद तक उन्होंने सफलता भी पाई है.
रेखा स्कर्ट पहनकर बालों की दो चोटी बनाकर ‘सुन सुन सुन दीदी तेरे…’ कहती हुई अपनी दीदी को छेडती है. वहीं सोनम कपूर ‘इंजन की सीटी’ बजाते हुए नजर आती है. सोनम एक बिंदास लडकी है जो किसी की नही सुनती अपनी करती है. रेखा ने भी चुलबुली वाला किरदार निभाया था. दोनों में थोडा अंतर है. सोनम ने बिंदास किस्म के कपडे भी पहनें है.
फिल्म में कहीं न कहीं सोनम ने खुद को पिछली फिल्म की मंजू यानी रेखा जैसा बनाने की कोशिश की है. सोनम ने भी अच्छा अभिनय किया है और रेखा की तरह चुलबुली बनने की कोशिश की है. सोनम कुछ हद तक अपनेआप को साकार भी कर पाई है लेकिन कुछ जगहों पर मात खा गई है.
फिल्म में रेखा के अभिनय की भरपूर तारीफ की गई थी. वह अपने दीदी के ससुराल जाकर वहां के नियम कानूनों को तोडती है. इसे हास्य रूप में दिखाया गया है. सोनम फिल्म में एक ऐसी साइकोथेरेपिस्ट डॉक्टर हैं, जो मरीज को अपने बनाए अलग तरीके से ठीक करने में यकीन करती है और उसके घरवाले बिंदास किस्म के लोग है जो सोनम को किसी भी काम के लिए नहीं टोकते.
फिल्म में रेखा दीदी के देवर बनें राकेश रोशन से प्यार करने लगती है. उनकी हल्की-फुल्की लव स्टोरी को दिखाया गया है. वहीं दूसरी फिल्म में सोनम को राजस्थान में संभलगढ़ के राजा शेखर राठौर के इलाज के लिए वहां जाना पड़ता है. वहां राजा के बेटे युवराज सिंह राठौर (फवाद खान) सोनम से प्यार करने लगता है. पहले की लव स्टोरी और अभी वाली लव स्टोरी दोनों में अंतर है.
दोनों ही फिल्में समय के अनुसार ठीक है. सोनम की फिल्म में मिली बनी सोनम ने कहीं-कहीं रेखा की याद दिलाई है. जिन्होंने पहली वाली ‘खबसूरत’ नहीं देखी है वह इसे देखने जाए. इस फिल्म को देखते हुए आपको रेखा की याद जरूर आ जाएगी. ,