राम गोपाल वर्मा ने श्रीदेवी से कही दिल की बात

मुंबई : प्रिय श्रीदेवी जी, यह ठीक है कि मेरी फिल्म का टाइटल ‘श्रीदेवी’ है, लेकिन इस शीर्षक का आपके नाम से या इस फिल्म की कहानी का आपकी निजी जिंदगी से कोई वास्ता नहीं है. मैं तो यह जानकर शॉक्ड हूं कि आप दूसरों की बातों में कैसे आ गयीं.आपने मुझसे सीधी बात की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 16, 2014 3:17 AM
मुंबई : प्रिय श्रीदेवी जी, यह ठीक है कि मेरी फिल्म का टाइटल ‘श्रीदेवी’ है, लेकिन इस शीर्षक का आपके नाम से या इस फिल्म की कहानी का आपकी निजी जिंदगी से कोई वास्ता नहीं है. मैं तो यह जानकर शॉक्ड हूं कि आप दूसरों की बातों में कैसे आ गयीं.आपने मुझसे सीधी बात की होती तो मैं आपको बता देता कि मेरी इस फिल्म की हीरोइन फिल्म में ना तो किसी एक्ट्रेस के रोल में है और ना ही किशोर लड़का निर्देशक ही बना है. यह बहुत ही सिंपल स्टोरी है, जिसमें एक किशोर एक 25 साल की जवान महिला के प्रति आकर्षित हो जाता है.
मैं आपको अपने दिल की बात एक बार फिर बताना चाहता हूं कि जब मैं कॉलेज में पढ़ता था तो मुझे आपसे प्यार हो गया था. आप उस समय फिल्मों की हिट अभिनेत्री थीं और बेहद खूबसूरत. एक स्टूडेंट का एक चार्मिंग अभिनेत्री की ओर आकर्षित होना तो स्वाभाविक प्रक्रिया है.
मैं इसे गलत नहीं मानता और पिछले पांच सालों के दौरान मैंने सार्वजनिक तौर पर मीडिया के सामने कई बार इस बात का खुल कर जिक्र भी किया. तब ना तो आपने ही और न ही किसी और ने कभी इस बारे में कोई प्रतिक्रि या जताई, बल्किसबने इसे बड़े मजाकिया तौर पर लिया. अब मैं आपके इस कदम से बहुत आहत हूं, लेकिन मैं फिल्म का नाम नहीं बदलूंगा. इस नाम पर फिल्म बनाने का मुझे कानूनी और नैतिक अधिकार है.
ये नाम मैंने आधिकारिक रूप से आंध्र प्रदेश फिल्म चैंबर से लिया है और संस्था शीर्षक देने का अधिकार रखती है. इस नाम पर किसी का कॉपीराइट नहीं है. श्रीदेवी जी, मैं आपकी बहुत इज्जत करता आया हूं और ऐसा जज्बा मेरा आपके प्रति हमेशा रहेगा. आप इस मामले में विवेक से काम लें और किसी के बहकावे में नहीं आएं.
मैं दुबारा से स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि इस फिल्म का आपसे कोई लेना-देना नहीं है. हालांकि फिल्म के विषय को लेकर मैं पहले ही आपके पति बोनी कपूर से इस बारे में बात कर चुका हूं. मैं उन्हें एसएमएस के जरिए भी स्पष्टीकरण दे चुका हूं.
अंत में, मैं बस आपको यही कहना चाहता हूं कि जिससे हम प्यार करते हैं, जिसकी हम इज्जत करते हैं, उन्हें हम सरे महफिल कभी रुसवा नहीं करते. मैं आपके सम्मान पर कोई आंच नहीं आने दूंगा.
आप मुझ पर आंख मूंद कर यकीन कर सकती हैं. फिल्म के रिलीज पर आप जान जाएंगी कि फिल्म के नाम से और उसकी कहानी से दूर-दूर तक आपका कोई वास्ता नहीं है. आप यूं परेशान न हों. बस फिल्म के पर्दे पर आने का धीरज रखें.

Next Article

Exit mobile version