हैप्पी बर्थडे शम्मी कपूर
चाहे कोई मुझे जंगली कहे, ये चांद सा रौशन चेहरा, आजकल तेरे मेरे प्यार के चर्चे, इन गानों के मुखड़े से आपको किसकी याद आ रही है. जी हां, आप बिलकुल ठीक समझें, हम बात कर रहे हैं बॉलीवुड के पहले पहले प्ले ब्वॉय शम्मी कपूर की. शम्मी कपूर बॉलीवुड को वो अभिनेता थे, जिन्होंने […]
चाहे कोई मुझे जंगली कहे, ये चांद सा रौशन चेहरा, आजकल तेरे मेरे प्यार के चर्चे, इन गानों के मुखड़े से आपको किसकी याद आ रही है. जी हां, आप बिलकुल ठीक समझें, हम बात कर रहे हैं बॉलीवुड के पहले पहले प्ले ब्वॉय शम्मी कपूर की. शम्मी कपूर बॉलीवुड को वो अभिनेता थे, जिन्होंने फास्ट म्यूजिक पर डांस करना शुरू किया.
उनके डांस की विशेषता यह थी कि उनकी पूरी बॉडी म्यूजिक पर थिरकती थी. शम्मी कपूर की नशीली आंखों में डूबकर अभिनेत्रियां अपना सुध-बुध खो देती थीं.1953 में फिल्म जीवन ज्योति से इन्होंने बॉलीवुड में कदम रखा. अभिनय इन्हें विरासत में मिला था. इनके पिता पृथ्वीराज कपूर मशहूर अभिनेता थे.
लेकिन शम्मी कपूर ने उनका सहारा लेकर बॉलीवुड में प्रवेश नहीं पाया. शम्मी कपूर ने बॉलीवुड में हीरो की एक ऐसी इमेज क्रियेट की, जो किसकी की नहीं थी. उन्होंने पहले से स्थापित किसी हीरो की नकल नहीं की,बल्कि एक अंदाज में बॉलीवुड में खुद को स्थापित किया, जिसे लोग शम्मी कपूर स्टाइल कहने लगे.
इन्होंने अपने कैरियर में कई यादगार और हिट फिल्में दीं जिनमें तुमसा नहीं देखा, दिल दे के देखो, सिंगापुर, जंगली, कश्मीर की कली, प्रोफेसर, ब्रह्मचारी, अंदाज, जानवर, तीसरी मंजिल, एन इनविंग इन पेरिस, कॉलेज गर्ल और सच्चाई आदि प्रमुख हैं. शम्मी कपूर ने शुरुआती दौर में कई ऐसी फिल्मों में भी काम किया, जो हीरोइन प्रधान थे.
मसलन मधुबाला के साथ रेल का डिब्बा और नकाब, नूतन के साथ लैला मजनूं इत्यादि. लेकिन 1960-70 के दशक में बॉलीवुड पर शम्मी कपूर का जादू सिर चढ़कर बोल रहा था. उस दौरान शम्मी कपूर हिट फिल्मों का फॉर्मूला माने जाते थे. उनकी यह विशेषता थी कि वे नवोदित अभिनेत्रियों के साथ भी फिल्में हिट करवा देते थे. उनके साथ पहली फिल्म करके कई अभिनेत्रियां हिट साबित हुई जिनमें प्रमुख हैं सायरा बानो और शर्मिला टैगोर प्रमुख हैं.