पीके दिलायेगा भोजपुरी को संवैधानिक दर्जा!
मुंबई : भोजपुरी बोलनेवाले इलाकों से बहुत नेता संसद पहुंचे, लेकिन आज भी इस भाषा को संवैधानिक दर्जा नहीं मिला है. अब उम्मीद की जा रही है जो काम इतने सारे भोजपुरी एक्टर और राजनेता नहीं कर पाये, उसे आमिर खान करेंगे. भोजपुरी को संवैधानिक दर्जा दिलाने के लिए संघर्ष कर रहे एक्टिविस्ट भी पीके […]
मुंबई : भोजपुरी बोलनेवाले इलाकों से बहुत नेता संसद पहुंचे, लेकिन आज भी इस भाषा को संवैधानिक दर्जा नहीं मिला है. अब उम्मीद की जा रही है जो काम इतने सारे भोजपुरी एक्टर और राजनेता नहीं कर पाये, उसे आमिर खान करेंगे.
भोजपुरी को संवैधानिक दर्जा दिलाने के लिए संघर्ष कर रहे एक्टिविस्ट भी पीके में आमिर के भोजपुरी अवतार से बड़ी उम्मीदें लगा रहे हैं. हालांकि, आमिर ने अभी तक भोजपुरी को संवैधानिक दर्जा दिलाने के बारे में स्पष्ट तौर पर कुछ नहीं कहा है, लेकिन समझा जा रहा है कि वह इसे लेकर कोई कसर भी नहीं छोड़ रहे हैं.
वह भोजपुरी में ट्वीट कर रहे हैं. बिहार के आरा जाने का भी उनका प्लान है और इन सब से बढ़ कर उनकी फिल्म पीके है, जिसमें आमिर भोजपुरी बोलते नजर आयेंगे. पीके से जुड़ी टीम के मुताबिक आमिर ने इस फिल्म के लिए बहुत मेहनत की है. उन्होंने पीके के किरदार को निभाने के लिए दो साल भोजपुरी सीखी. आमिर इस साल की शुरुआत में सत्यमेव जयते के सेकेंड एडिशन के लांच से पहले बिहार गये थे.
भोजपुरी को संवैधानिक दर्जा दिलाने में जुटे जीएम तिवारी भी मानते हैं कि पीके से उनका काम काफी आसान होगा. आमिर की फिल्मों को देश-विदेश में लाखों लोग देखते हैं. वैसे तो भोजपुरी में हर साल कई फिल्में रिलीज होती हैं, लेकिन उनमें क्वालिटी नहीं होती है. आमिर ऐसे एक्टर हैं, जिनकी रीच वर्ल्ड वाइड है, जो कि बहुत महत्वपूर्ण है.