पटना: बॉलीवुड अभिनेता आमिर खान ने अपनी आगामी फिल्म ‘पीके’ के किरदार को फिल्मी कॅरियर में सबसे चुनौतीपूर्ण बताया और कहा कि इसमें कुछ भी आपत्तिजनक नहीं है. ‘पीके’ के प्रचार के दौरान आमिर ने संवाददाताओं को बताया कि,’ ‘पीके’ बहुत ही बेहतरीन फिल्म है और कहा कि यह फिल्म बहुत ही ‘अहम’ संदेश देती है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘स्वच्छता अभियान’ में शामिल आमिर ने कहा,’ हम पीके देखने के लिए प्रधानमंत्री से आग्रह करेंगे. हमें बडी खुशी होगी कि ऐसा मौका आए. वह मसरुफ होंगे…यदि वह फिल्म देखते हैं तो हमें बहुत ही खुशी होगी.आमिर ने कहा कि उनकी समझ से ऐसी कोई कहानी देश में आज तक फिल्मी पर्दे पर नहीं आयी है. इस फिल्म में उनका किरदार को बहुत ही अनोखा है. इसकी कहानी को सुनकर उन पर बहुत गहरा असर पडा था.
उन्होंने कहा कि पिछले 25 सालों में उन्होंने जितने भी किरदार निभाए हैं, यह शायद सबसे मुश्किल था. इसके किरदार को एक पलड़ेपर रखूं तो 25 सालों में निभाए किरदार तराजू के दूसरे पलडे पर रखा जा सकता है.उन्होंने कहा कि इस फिल्म के निर्माता राजू के साथ पांच साल पूर्व ‘थ्री इडियट्स’ में काम किया था और उस फिल्म की तरह ही इसमें भी मजाकिया लहजे में हर बात कही गयी है.’पीके’ के विवादित पोस्टर के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि इसे प्रचार या विवाद उत्पन्न करने के लिए नहीं बनाया गया था, बल्कि वह फिल्म का एक अहम दृश्य है.
उन्होंने दावा किया कि इसे बच्चे, युवा वर्ग और पूरा परिवार देख सकेंगे और यह हर किस्म के लोगों के लिए है. आमिर ने कहा कि उनके मुंबई लौटने पर पुत्र आजाद, उनकी 80 वर्षीय अम्मी और पत्नी किरण पूरी फिल्म ही देखेंगे और उन्हें इंतजार है कि यह फिल्म उन्हें कैसी लगती है. आमिर से उनकी आने वाली फिल्म का नाम ‘पीके’ रखे जाने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने हंसते हुए कहा कि फिल्म को देखने के बाद लोग मतलब स्वयं समझ जाएंगे.
अपनी फिल्म ‘पीके’ में भोजपुरी के इस्तेमाल के बारे में आमिर खान ने कहा कि यह बहुत ही खूबसूरत भाषा है और इस फिल्म में उन्होंने जो किरदार निभाया है वह भोजपुरी बोलने वाला है. आमिर ने कहा कि इस फिल्म में उनके लिए पूरी पटकथा भोजपुरी में लिखी गयी थी और इस भाषा का उच्चारण इस फिल्म की शूटिंग से पहले चार महीने में उन्होंने बिहार के निवासी शांतिभूषण से सीखा था.इस फिल्म में भोजपुरी को चुनने के बारे में आमिर ने कहा कि जब इसकी पटकथा लिखी गयी थी तो मुख्य किरदार खड़ी बोली बोलता था पर उन्होंने निर्माता और लेखक राजू से इसमें भोजपुरी भाषा के इस्तेमाल का अनुरोध किया जिस पर वह राजी हो गए.
आमिर ने कहा,’उन्हें लगा कि अगर इस फिल्म का मुख्य किरदार भोजपुरी में बात करे तो किरदार में एक ‘कलर’ आएगा. मैं दिलीप कुमार का बहुत बडा फैन हूं, जिन्होंने ‘गंगा जमुना’ में भोजपुरी बोली है. वह बात मेरे मन में थी और मुझे लगा कि मैं भी कोशिश करुं.’ ‘पीके’ के निर्माता और लेखक राजू हिरानी के आज यहां नहीं आ पाने पर क्षमा मांगते हुए कहा कि इसकी वजह आगामी 19 दिसंबर को रिलीज होने वाली इस फिल्म के पोस्ट प्रोडक्शन का काम चल रहा है जिसके कारण वे यहां नहीं आ पाए हैं.आमिर ने बताया कि कहा कि वह आरा जाने के इच्छुक थे लेकिन जिला प्रशासन के अनुरोध पर वहां जाने का कार्यक्रम रद्द कर दिया.