मुंबई : अपनी फिल्म ‘पीके’ के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों से निर्देशक राजकुमार हिरानी बेहद दुखी हैं. उनका कहना है कि यह फिल्म किसी भी धर्म का अपमान नहीं करती. उन्होंने जोर देकर कहा कि यह फिल्म मानव की एकात्मकता को दर्शाती है. फिल्म में आमिर खान, अनुष्का शर्मा, संजय दत्त, बोमन ईरानी और सौरभ शुक्ला ने मुख्य भूमिकाएं निभाई हैं.
दक्षिणपंथी समूहों के विरोध प्रदर्शनों के जारी रहने के बीच हिरानी ने कहा कि उनकी मंशा किसी की भी भावनाओं को आहत करने की नहीं रही है और आमिर खान अभिनीत फिल्म ‘केवल धर्म का दुरुपयोग करने की निंदा’ करते हुए धर्म की सच्ची भावना को बरकरार रखती है.
उन्होंने कहा, ‘ मैं बेहद दुखी हूं और हमारी फिल्म ‘पीके’ के खिलाफ कुछ समूहों के प्रदर्शनों के बारे में चिंतित हूं. पीके की पूरी टीम की ओर से मैं स्पष्ट करना चाहूंगा कि हम सभी धर्मों और आस्थाओं का सम्मान करते हैं.’ ‘मुन्नाभाई’ श्रृंखला की फिल्में और ‘थ्री इडियट्स’ बनाने वाले 52 वर्षीय हिरानी ने कहा कि फिल्म के जरिए किसी की भावनाएं आहत करने की उनकी मंशा नहीं थी.
उन्होंने एक बयान में कहा, ‘ हमारी फिल्म संत कबीर और महात्मा गांधी के विचारों से प्रेरित है. यह एक फिल्म है जो इस विचार को सामने लाती है कि इस धरती पर रहने वाले सभी लोग एक समान हैं. कोई भेद नहीं है.’ हिरानी ने फिल्म का विरोध करने वाले समूहों से समग्रता में फिल्म को देखने की अपील की है.
19 दिसंबर को रिलीज की गयी फिल्म ‘पीके’ बॉक्स ऑफिस पर 246.32 करोड़ रुपये की कमाई कर चुकी है. हालांकि उसे विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल, हिंदू जनजागृति समिति और आल इंडिया महासभा के विरोध का सामना करना पड़ रहा है. देश के विभिन्न हिस्सों में फिल्म के खिलाफ मामले भी दर्ज कराए गए हैं.