वीएचपी ने करीना कपूर को बताया, हुई ”लव जेहाद” की शिकार

बॉलीवुड की जानीमानी अभिनेत्री कपूर अब विश्‍व हिंदू परिषद (वीएचपी) के निशाने पर आ गई है. वीएचपी से जुड़ी एक संस्‍था की मैग्‍जीन में करीना कपूर और सैफ अली खान के निकाह पर सवाल उठाया गया है. करीना को लव-जेहाद का शिकार बताया जा रहा है. इस लव-जेहाद के मामले में अब करीना कपूर को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 8, 2015 1:00 PM

बॉलीवुड की जानीमानी अभिनेत्री कपूर अब विश्‍व हिंदू परिषद (वीएचपी) के निशाने पर आ गई है. वीएचपी से जुड़ी एक संस्‍था की मैग्‍जीन में करीना कपूर और सैफ अली खान के निकाह पर सवाल उठाया गया है. करीना को लव-जेहाद का शिकार बताया जा रहा है. इस लव-जेहाद के मामले में अब करीना कपूर को नाम उठता नजर आ रहा है.

आपको बता दें कि वीएचपी की महिला शाखा दुर्गा वाहिनी की मैग्‍जीन ‘हिमालय ध्‍वनि’ में करीना कपूर का एक विवादित तस्‍वीर (मार्फ) कवर पेज पर छापी गई है. इस तस्‍वीर में करीना का आधा चेहरा बुर्के से ढका हुआ और आधा चेहरा खुला दिखाया गया है. इसमें आधा चेहरा हिंदू और आधा चेहरा मुस्लिम का दिखाया गया है.

मैग्‍जीन के कवर पर लिखा है, धर्मातरण से राष्‍ट्रांतरण. मैग्‍जीन में इस तस्‍वीर का इस्‍तेमाल कर लव-जेहाद की बात कही गई है. वहीं लव-जेहाद के खिलाफ सैफ अली खान से शादी करने वाली करीना कपूर की मोर्फ तस्‍वीर के जरिए वीएचपी की दूर्गा वाहिनी ने एक मुहिम शुरू की है. वीएचपी की दुर्गावाहिनी ने मुस्लिम युवकों से शादी करने वाली हिंदू महिलाओं के लिए ‘रीकनवर्ट’ नाम से एक अभियान भी शुरू किया है. वीएचपी की महिला विंग दुर्गावाहिनी की ओर से संचालित मैगजीन ‘हिमालय ध्वनि’ इसी मुद्दे पर निकाली गई है.

इस पत्रिका के संपादकीय में लिखा गया है कि लव जिहाद और धर्मांतरण पर काफी चर्चा हो चुकी है. धर्मांतरण के कारण राष्ट्र बंटा और पाकिस्तान बना. इसमें सवाल किया गया है कि अगर कोई लड़की लव जिहाद में फंस जाती है और गलती से मुस्लिम बन जाती है, अब वह अपने मूल धर्म में वापस आना चाहती है तो क्या यह उसका अधिकार नहीं है.

दुर्गा वाहिनी ने मुस्लिम युवकों से शादी करने वाली हिंदू लड़कियों को फिर से हिंदू धर्म में वापस लाने का अभियान शुरू किया है. वीएचपी ने हिमाचल प्रदेश में इस अभियान को शुरू करने की कोशिश की है. इसके लिए करीना की तस्वीर का इस्तेमाल किया गया है. हिमाचल प्रदेश विहिप के मुखपत्र हिमालय ध्वनि के संपादकीय में लव जेहाद और धर्मांतरण से राष्ट्रांतरण को मुद्दा बनाया गया है.

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