”चार बोतल वोदका” जैसे गाने पसंद नहीं: बप्‍पी लाहिड़ी

आई एम ए डिस्‍को डांसर , उ ला ला उ ला ला और तूने मारी इंट्री जैसे गाने कंपोज करने वाले संगीतकार और गायक बप्‍पी लाहिड़ी को आजकल का गाना नहीं भा रहा है. एक इंटरव्‍यू में बप्‍पी लाहिड़ी ने कहा आजकल के गानों का कोई सेंस नहीं है. ये बिल्‍कुल फूहड़ हो गए हैं. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 2, 2015 3:48 PM
आई एम ए डिस्‍को डांसर , उ ला ला उ ला ला और तूने मारी इंट्री जैसे गाने कंपोज करने वाले संगीतकार और गायक बप्‍पी लाहिड़ी को आजकल का गाना नहीं भा रहा है. एक इंटरव्‍यू में बप्‍पी लाहिड़ी ने कहा आजकल के गानों का कोई सेंस नहीं है. ये बिल्‍कुल फूहड़ हो गए हैं.
बप्‍पी ने युवाओं के चहीते रैपरहनीसिंह के गाने ‘चार बोतल वोदका’ का उदाहरण देते हुए कहा कि इन सब गानों को सुनकर बड़ी निराशा होती है कि संगीत किस हद तक पहुंच गया है. उन्‍होंने कहा कि ये गीत बेहद बेतुके हैं और इनका कोई सिर पैर नहीं है.
बप्‍पी ने कहा कि आज गानों के बोल का स्‍तर काफी नीचे जा चुका है. पुराने जमाने के गानों को याद को याद कीजिए. ये गाने लोगों को आज भी याद हैं. इनके बोलों मन को मोह लेते थे. हमें गानों के शब्‍दों पर पुन: ध्‍यान देना चाहिए. बोल द्विअर्थी हो गए हैं. हालांकि उन्होंने माना कि आजकल के जेनेशन को ऐसे ही गाने पसंद आ रहे हैं.
40 पिछले सालों से फिल्‍म इंडस्‍ट्री में बेहतरीन गाने देने वाले बप्‍पी लाहिड़ी ने बताया कि वह आगे भी अपना काम जारी रखेंगे.

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