‘तमस’ का निर्देशन मैंने बड़ी ईमानदारी से किया:निहलानी
निर्देशक गोविंद निहलानी का कहना है कि उनकी फिल्म ‘तमस’ आज भी एक जीवंत फिल्म है क्योंकि इसे बहुत ईमानदारी से बनाया गया है.निहलानी ने कहा, ‘‘ तमस का निर्माण मैंने पूरे विश्वास से किया था. जब देश का विभाजन हुआ, उस समय मैं छोटा था लेकिन उस घटना ने पहली बार मुझे डर, घबराहट […]
निर्देशक गोविंद निहलानी का कहना है कि उनकी फिल्म ‘तमस’ आज भी एक जीवंत फिल्म है क्योंकि इसे बहुत ईमानदारी से बनाया गया है.निहलानी ने कहा, ‘‘ तमस का निर्माण मैंने पूरे विश्वास से किया था. जब देश का विभाजन हुआ, उस समय मैं छोटा था लेकिन उस घटना ने पहली बार मुझे डर, घबराहट और खून खराबे का अनुभव कराया. हमारा परिवार कराची से आकर राजस्थान में बस गया. यह फिल्म बनाते समय मैं बहुत भावुक था.’’71 वर्षीय निहलानी की यह फिल्म भीष्म साहनी के उपन्यास ‘तमस’ पर आधारित थी. इस फिल्म की छोटे स्क्रीन पर वापसी हो रही है. हिस्टरी टीवी 18 स्वतंत्रता दिवस से आठ हिस्सों की श्रृंखला में इस फिल्म का प्रदर्शन करेगा.
निहलानी ने कहा, ‘‘मैंने किताबों की एक दुकान में यह उपन्यास देखा था. मुझे इसका शीर्षक बहुत पसंद आया था. इसके पन्ने पलटने पर मुझे पता चला कि यह किताब विभाजन पर आधारित थी. निर्देशन शुरु करने के बाद से ही मैं इस विषय पर फिल्म बनाना चाहता था. ’’उन्होंने कहा कि वह भाग्यशाली थे कि उनकी फिल्म में अमरीश पुरी, हंगल साहब, ओम पुरी, दीपा साही, सुरेखा सीकरी और बैरी जॉन जैसे अभिनेताओं ने काम किया.तमस के विवादों में घिरने के बारे में निहलानी ने कहा, ‘‘मुझे याद है कि आठ सप्ताह तक पुलिस ने मुझे सुरक्षा मुहैया कराई थी. इस फिल्म के बारे में और इसके खिलाफ खूब बहस हो रही थी लेकिन लेखकों, व्यापार संगठनों और महिला संगठनों के साथ दूरदर्शन ने हमारा समर्थन किया.’’निहलानी इस समय ‘अर्ध सत्य’ के सीक्वल पर काम कर रहे हैं.