न्यूयॉर्क : बॉलीवुड के जानेमाने अभिनेता-निर्माता फरहान अख्तर ने महिला सशक्तिकरण पर संयुक्त राष्ट्र की संस्था द्वारा आयोजित सितारों से सजे एक कार्यक्रम में प्रस्तुति दी. इस कार्यक्रम में नेताओं ने वर्ष 2030 तक लैंगिक असमानता समाप्त करने का आह्वान किया.
बीजिंग में आयोजित महिलाओं पर ऐतिहासिक चौथे विश्व सम्मेलन की 20वीं वर्षगांठ पर यह कार्यक्रम आयोजित किया गया था. यह कार्यक्रम वर्ष 2030 तक लैंगिक समानता लाने पर आधारित था. लाइबेरिया के राष्ट्रपति एलेन जॉन्सन सर्लीफ, संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून और पूर्व अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने इस कार्यक्रम में भाग लिया.
इस कार्यक्रम में कई सारे दिल छू लेने वाले प्रदर्शन किये गये जिसमें संयुक्त राष्ट्र महिला सद्भावना राजदूत और मैन अगेंस्ट रेप एंड डिस्क्रिमिनेशन (एमएआरडी) के संस्थापक अख्तर ने अपनी कविताएं और गानों को गाया.
41 वर्षीय अख्तर ने एक संदेश में कहा कि,’ लैंगिक हिंसा और लैंगिक असमानता सिर्फ महिलाओं का मुद्दा नहीं है. यह सिर्फ इसलिए नहीं क्योंकि वे हमारी माताएं, पत्नियां, बहनें और बेटियां हैं. हम यहां हैं क्योंकि यह इंसान के अधिकार का मुद्दा है और हम सभी इंसान हैं.’ उन्होंने अपनी पत्नी अधुना के साथ सोमवार को शहर में वृत्तचित्र ‘इंडियाज डॉटर’ के प्रीमियर में भी हिस्सा लिया.
स्क्रीनिंग के बाद उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि वह विनम्रतापूर्वक संबंधित मंत्रालय से अपील करते हैं कि वे इस फिल्म पर से प्रतिबंध हटा लें. इसका एकमात्र प्रभाव आत्मनिरीक्षण है. अख्तर ने संयुक्त राष्ट्र प्रमुख और संयुक्त राष्ट्र महिला प्रमुख से भी मुलाकात की.उन्होंने ट्वीट किया कि उन्होंने लाखों भारतीय पुरुषों का प्रतिनिधित्व किया जो कि लैंगिक समानता को लेकर चिंतित हैं.