मद्रास कैफे के खिलाफ विरोध तेज

चेन्नई: जॉन अब्राहम अभिनीत फिल्म ‘‘मद्रास कैफे’’ के देश भर में प्रदर्शन के खिलाफ विरोध तेज करते हुए वाइको की पार्टी एमडीएमके समेत कई तमिल समर्थक संगठनों ने फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है. ये संगठन फिल्म में आतंकवादी संगठन लिट्टे को गलत रुप में पेश किए जाने को लेकर विरोध कर रहे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 19, 2013 4:46 PM

चेन्नई: जॉन अब्राहम अभिनीत फिल्म ‘‘मद्रास कैफे’’ के देश भर में प्रदर्शन के खिलाफ विरोध तेज करते हुए वाइको की पार्टी एमडीएमके समेत कई तमिल समर्थक संगठनों ने फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है. ये संगठन फिल्म में आतंकवादी संगठन लिट्टे को गलत रुप में पेश किए जाने को लेकर विरोध कर रहे हैं.

शुजित सरकार द्वारा निर्देशित ‘‘मद्रास कैफे’’ इस शुक्रवार को रिलीज हो रही है. एमडीएमके नेता वाइको ने एक बयान में कहा, ‘‘केंद्र को फिल्म पर प्रतिबंध लगा देना चाहिए. अगर फिल्म प्रदर्शित होती है तो मानवाधिकार संगठनों को मुंबई जैसे शहरों में इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन करना चाहिए.’’ उन्होंने साथ ही तमिलनाडु सरकार से भी फिल्म पर प्रतिबंध लगाने का अनुरोध किया और सिनेमाघर मालिकों से फिल्म का प्रदर्शन नहीं करने के लिए कहा.

1980 के दशक के अंत और 1990 के दशक की शुरुआत के समय की पृष्ठभूमि पर आधारित ‘‘मद्रास कैफे’’ श्रीलंका के राजनीतिक एवं सैन्य इतिहास में झांकती है और एक रॉ एजेंट के माध्यम से रॉ (रिसर्च एंड एनालिसिस विंग) एवं लिट्टे की गतिविधियों को दिखाती है.

तमिल समर्थक संगठनों ने फिल्म में लिट्टे को गलत रुप से पेश करने का संदेह जताते हुए फिल्म की रिलीज से पहले फिल्म दिखाने की मांग की थी जिसके बाद कल यहां उनके कुछ कार्यकर्ताओं को फिल्म दिखायी गयी.

‘‘नाम थमीझर काची’ (वी तमिल्स पार्टी) के संस्थापक सीमन ने भी फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है. हालांकि जॉन अब्राहम ने फिल्म में किसी भी व्यक्ति या समूह को आतंकवादी के रुप में पेश करने की बात से इंकार किया है लेकिन इससे इन संगठनों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा.

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