मैं अदना सा कलाकार
‘सत्या’, ‘शूल’ और ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ जैसी फिल्मों में अपने बेहतरीन अभिनय कौशल के जरिये मनोज वाजपेयी आज भले ही बॉलीवुड के प्रतिष्ठित अभिनेताओं में शुमार किये जाते हों, लेकिन उनका कहना है कि उनकी फिल्में न तो प्रशंसकों में उन्माद पैदा करती हैं और न ही बॉक्स ऑफिस पर सौ करोड. रुपये की कमाई […]
‘सत्या’, ‘शूल’ और ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ जैसी फिल्मों में अपने बेहतरीन अभिनय कौशल के जरिये मनोज वाजपेयी आज भले ही बॉलीवुड के प्रतिष्ठित अभिनेताओं में शुमार किये जाते हों, लेकिन उनका कहना है कि उनकी फिल्में न तो प्रशंसकों में उन्माद पैदा करती हैं और न ही बॉक्स ऑफिस पर सौ करोड. रुपये की कमाई करती हैं, इसलिए वह अब भी ‘सेलेब्रेटी’ कहलाने से कोसों दूर हैं.
खुद को स्टार नहीं मानते मनोज
इस 44 वर्षीय अभिनेता ने ‘राजनीति’ और ‘स्पेशल 26’ जैसी फिल्मों के साथ व्यवसायिक रूप से सफल फिल्में भी दी हैं, लेकिन वह खुद को ‘स्टार’ की श्रेणी में नहीं रखते. वाजपेयी ने एक साक्षात्कार में कहा, ‘मैं कभी नहीं कहता कि मैं कोई स्टार हूं. बॉलीवुड के सितारों के सामने मैं कुछ भी नहीं. एक स्टार भारी कमाई और अपने प्रशंसकों को दीवाना बना सकता है. मैं वैसी फिल्में नहीं करता, जिससे प्रशंसक बनते हैं. मैं कोई सेलिब्रेटी नहीं, बल्कि एक अदना सा अदाकार हूं, जो अपने अभिनय कौशल को साबित करने की कोशिश कर रहा है.’
गौरतलब है कि वाजपेयी प्रकाश झा की आगामी फिल्म ‘सत्याग्रह’ में बलराम सिंह नामक एक हास्य-खलनायक की भूमिका निभाते दिखेंगे. 30 अगस्त को सिनेमाघरों में दस्तक देने जा रही इस फिल्म में उनके अलावा अजय देवगन, अर्जुन रामपाल, करीना कपूर खान और अमृता राव भी मुख्य भूमिका में हैं.