फिल्में देशों को जोड़ती है : अमिताभ बच्चन
काहिरा : सदी के महानायक अमिताभ बच्चन ने ‘इंडिया बाय नील फेस्टीवल’ के तीसरे संस्करण का उद्घाटन किया. इस अवसर पर मिस्र की शीर्ष राजनयिक, सामाजिक और कारोबारी हस्तियां मौजूद थीं. मिस्र की राजधानी की अपनी तीन दिवसीय यात्रा से रोमांचित 72 वर्षीय बच्चन ने समारोह आयोजन के लिए भारतीय दूतावास और मिस्र के संस्कृति […]
काहिरा : सदी के महानायक अमिताभ बच्चन ने ‘इंडिया बाय नील फेस्टीवल’ के तीसरे संस्करण का उद्घाटन किया. इस अवसर पर मिस्र की शीर्ष राजनयिक, सामाजिक और कारोबारी हस्तियां मौजूद थीं. मिस्र की राजधानी की अपनी तीन दिवसीय यात्रा से रोमांचित 72 वर्षीय बच्चन ने समारोह आयोजन के लिए भारतीय दूतावास और मिस्र के संस्कृति एवं पर्यटन मंत्रालय की सराहना की.
कल शाम इंडिया हाउस में समारोह के औपचारिक उद्घाटन के लिए मिस्र में भारत के राजदूत नवदीप सूरी द्वारा आयोजित विशेष भोज के दौरान बच्चन ने कहा, ‘यह बहुत महत्वपूर्ण समारोह है क्योंकि यह सहयोग और मित्रता को प्रोत्साहित करता है जो दोनों देशों की दो संस्कृतियों के बीच समाहित है.’ यह समारोह 17 अप्रैल तक चलेगा.
बच्चन ने कहा,’ इस अद्भुत देश की यह मेरी चौथी यात्रा है. जब भी मैं मिस्र आया मुझे लगा कि मैं अपने घर आया हूं. जब भी मैं यहां आया हूं, मुझे इस तरह की अनुभूति हुई है. और यही भावना मैं वापस भारत लेकर जाउंगा. मैं इस अत्यंत महत्वपूर्ण समारोह के आयोजन और हमारी दोनों संस्कृतियों तथा देशों के बीच निहित सहयोग और मित्रता को प्रोत्साहित करने के लिए राजदूत का धन्यवाद व्यक्त करना चाहता हूं.’
राजदूत सूरी ने कहा कि समारोह में संगीत, नृत्य, व्यंजन, हस्तशिल्प, योग, आयुर्वेद और ऐसी ही अन्य बहुत सी चीजों की धूम होगी. कार्यक्रम में मिस्र के कई प्रसिद्ध कलाकार भी शामिल हुए. बच्चन आज पिरामिड देखने जाएंगे तथा काहिरा ओपेरा हाउस में जाने माने फिल्म पत्रकार एवं लेखक सिद्धार्थ भाटिया के साथ एक विशेष सत्र का हिस्सा होंगे.
फिल्में देशों को जोडती हैं
सिनेमा के जरिए सांस्कृतिक आदान प्रदान के महत्व को रेखांकित करते हुए बच्चन ने कहा कि देशों को साथ लाने में फिल्में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं. ‘इंडिया बाई दी नील’ उत्सव के लिए तीन दिवसीय यात्रा पर काहिरा आए बच्चन मिस्र में सबसे ज्यादा लोकप्रिय भारतीय स्टार हैं. उन्होंने कहा कि उन्हें फिल्म बिरादरी का हिस्सा होने पर गर्व है जो लोगों को उनके मतभेदों से उपर देखने का साधन देती है.
बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता ने यहां के इंडिया हाउस में एक साक्षात्कार में कहा, ‘ सिनेमा जोडने का एक बहुत अच्छा साधन है. जब हम एक अंधेरे हॉल में बैठते हैं तो हम कभी भी अपने बराबर में बैठे व्यक्ति की जाति, नस्ल, रंग या धर्म के बारे में नहीं पूछते हैं. हम एक ही फिल्म का आनंद लेते हैं, वही गाना गाते हैं, हम समान भावनाओं पर रोते हैं, हम समान लतीफों पर हंसते हैं.’
उन्होंने आगे कहा,’ दुनिया में ऐसी बहुत कम संस्थाएं बची हैं जो सिनेमा की तरह जोड सकें. मुझे इस पर गर्व है कि मैं इस विशाल बिरादरी में छोटा सा हिस्सा हूं जो संस्कृतियों को साथ लाती हैं.’
‘पा’ फिल्म के स्टार ने कहा कि भारतीय सिनेमा की मिस्र में लोकप्रियता और स्थानीय लोगों द्वारा उन्हें दिया गया प्यार साबित करता है कि सिनेमा महाद्वीपों की सीमाओं से परे है.बच्चन की फिल्म ‘अमर अकबर एंथनी’ यहां के फिल्म उत्सव में प्रदर्शित की जाएगी. यह उत्सव 17 अप्रैल तक चलेगा.