बॉलीवुड में ‘सार्किट’ के नाम से मशहुर अभिनेता अरशद वारसी आज अपना 47वां जन्मदिवस मना रहे हैं. उनका जन्म 19 अप्रैल 1968 को मुबंई में हुआ था. अरशद ने अपने कॉमिक अभिनय ये हमेशा ही दर्शकों का मन मोहा है. वे बचपन से ही फिल्मों में काम करना चाहते थे. उन्होंने 14 साल की उम्र में ही मां-बाप को खो दिया था.
वारसी ने फिल्मों में काम करने से पहले महेश भट्ट के साथ सहायक कलाकार के रूप में काम किया था. वारसी ने इससे पहले एक फोटो लैब में भी काम किया था. वारसी ने अभिनेता के तौर पर फिल्म ‘तेरे मेरे सपने’ से बॉलीवुड में अपने करियर की शुरूआत की थी. यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट रही थी लेकिन इसके बाद उनकी सभी फिल्में फ्लॉप रही.
वर्ष 1991 में वारसी ने इंडियन डांस कम्पिटशिन जीता था. इसके बाद वर्ष 2003 में आई उनकी फिल्म ‘मुन्ना भाई एमबीबीएस’ ने उनको अपार सफलता दिलवाई. इस फिल्म में उनकी एक्टिंग को दर्शकों ने खासा पसंद किया था. इस फिल्म के बाद दर्शक उन्हें ‘सर्किट’ के नाम से जानने लगे. फिल्म में उनके साथ संजय दत्त भी मुख्य भूमिका में थे.
इस फिल्म के बाद उनका सितारा चमका और उन्होंने ‘हलचल’ और ‘मैंने प्यार क्यों किया’ जैसी सुपरहिट फिल्मों में काम किया. वर्ष 2005 की फिल्म ‘शहर’ से उन्होंने दर्शकों का खूब मनोरंजन किया और इसी साल फिल्म ‘सलाम नमस्ते’ के लिए वारसी को सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता के फिल्म फेयर पुरस्कार के लिये नामांकित किया गया.
वर्ष 2006 में फिल्म ‘लगे रहा मुन्नाभाई’ ने वारसी के करियर को एक और उड़ान दी. यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट हुई. यह ‘मुन्ना भाई एमबीबीएस’ की सीक्वल थी. इस फिल्म के बाद ‘सर्किट’ एक बार फिर दर्शकों के दिलों में बस गये. इस फिल्म के लिए उन्हें फिल्मफेयर अवार्ड मिला. वारसी ने भी अपने अभिनय का जादू दर्शकों पर चलाये रखा और वर्ष 2006 में ही उन्होंने रोहित शेट्टी की फिल्म ‘गोलमाल’ में काम किया.
इसके बाद वारसी ‘गोलमाल रिटर्न्स’ और ‘गोलमाल 3’ में काम किया. दर्शकों ने उनकी एक्टिंग की खूब तारीफ की. वर्ष 2013 में आई फिल्म ‘जॉली एलएलबी’ से एक बार फिर उन्होंने दर्शकों का खूब मनोरंजन किया.
जल्द ही उनकी आगामी फिल्म ‘वेलकम टू कराची’ रिलीज होनेवाली है. इस फिल्म में उनके अलावा जैकी भगनानी भी नजर आयेंगे. फिल्म का ट्रेलर दर्शकों को बेहद पसंद आ रहा है. फिल्म हास्य-कॉमेडी पर आधारित होगी. फिल्म दो भारतीयों की कहानी है जो गलती से पाक्स्तिान के कराची पहुंच जाते हैं.