नयी दिल्ली : केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने आज कहा कि पश्चिमी देशों में भारतीय सिनेमा की पहुंच ने उसे दुनियाभर में देश के सॉफ्ट पॉवर का एक घटक बना दिया है. जेटली ने यहां 62वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय फिल्मों की अंतरराष्ट्रीय फलक पर स्वीकार्यता बढी है.
उन्होंने कहा, हमारा सिनेमा भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हमारे सॉफ्ट पॉवर का एक घटक है. हम प्रतिवर्ष निर्मित होने वाली फिल्मों के वैश्विक औसत में आगे हैं. अंतरराष्ट्रीय फलक पर भारतीय फिल्मों की स्वीकार्यता बढी है. उन्होंने कहा, हम सभी को पता है कि अब हिंदी फिल्मों की अंतरराष्ट्रीय रिलीज साथ…साथ होती है. भारतीय सिनेमा के सार्थक 100 वर्ष की कहानी उद्यमशीलता की भावना से भरी है.
मंत्री ने पिछले वर्ष रिलीज हुई फिल्म क्वीन और मैरी कॉम की प्रशंसा उनके महिला केंद्रित विषयों और दर्शकों के साथ जुडने के लिए की. उन्होंने कहा, इस माध्यम में सामाजिक रीति रिवाज परिवर्तन और आकांक्षाओं को भी आवाज मिली. हमने फिल्मी पर्दे पर आजादी की भावना और सशक्तिकरण की जीत देखी. क्वीन और मैरी कॉम जैसी फिल्मों की सफलता इसका सबूत है. सामाजिक मूल्यों ने हमारे सिनेमा को प्रभावित किया है और इसी तरह से हमारे सिनेमा का हमारे सामाजिक मूल्यों पर गहरा प्रभाव है.