हिट एंड रन मामला : …और गलत इंसान को ही एरेस्ट करती है

नयी दिल्ली : अपनी आखिरी फिल्म ‘किक’ में अभिनेता सलमान खान का डॉयलाग ‘हमारी पुलिस हमेशा लेट पहुंचती है और गलत इंसान को ही एरेस्ट करती है’ उनके लिए आज गलत साबित हुआ जब उन्हें 12 साल पुराने हिट एंड रन मामले में दोषी ठहराया गया. सुनहरे पर्दे पर अपने मर्दाना अंदाज और नहीं डरने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 6, 2015 5:28 PM

नयी दिल्ली : अपनी आखिरी फिल्म ‘किक’ में अभिनेता सलमान खान का डॉयलाग ‘हमारी पुलिस हमेशा लेट पहुंचती है और गलत इंसान को ही एरेस्ट करती है’ उनके लिए आज गलत साबित हुआ जब उन्हें 12 साल पुराने हिट एंड रन मामले में दोषी ठहराया गया.

सुनहरे पर्दे पर अपने मर्दाना अंदाज और नहीं डरने वाले युवा के रुप में पहचाने जाने वाले 49 वर्षीय अभिनेता की आंखों में तब पानी आ गया जब न्यायाधीश ने उनके बारे में महत्वपूर्ण फैसला सुनाया. हालांकि फिल्म में जब उन्हें कैद की सजा सुनायी जाती है तब वे खुद को एक शेरदिल जवान के रुप में पेश करते हैं.

अदालत ने आज उन्हें वर्ष 2002 के मामले में गैर इरादतन हत्या का दोषी पाया एवं उनके विरुद्ध अन्य सभी आरोप साबित हुए. हाल के वर्षों में सलमान ने अपनी फिल्मों में इंसाफ के योद्धा के किरदार की कला में महारत हासिल की है लेकिन अभिनेता को असली जीवन में कानून के दूसरे पाले में देखना एक बडी बिडंबना रही.

चाहे ‘गर्व’, ‘वांटेड’ और ‘दबंग’ फ्रैंचाइजी में उनका पुलिसवाले का किरदार हो या फिर ‘जय हो’ और ‘किक’ में दूसरों की मदद करने वाले या अकेले ही अपराधियों से निबटने वाली भूमिका, अभिनेता ने फिल्मों में अपनी इस नेक छवि से बडी संख्या में प्रशंसक बनाए हैं.

चाहे लवर ब्वाय का किरदार हो या फिर एक्शन हीरो का, सलमान खान की बॉक्स-ऑफिस की सफलता उनके अधिकांश समकालिक अभिनेताओं के लिए ईर्ष्याजनक रहा है. वह बॉलीवुड के सबसे पसंदीदा स्टारों में एक हैं लेकिन कुछ बातें परेशान करने वाली है क्योंकि वह पर्दे के बाहर अपनी हरकतों को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहे हैं.

अदालत का फैसला फिल्मोद्योग के लिए अनुकूल नहीं है क्योंकि 200 करोड रुपए की फिल्म परियोजनाएं इस सुपरस्टार पर दांव पर लग गयी हैं. उनकी दो अगली फिल्‍में ‘बजरंगी भाईजान’ और ‘प्रेम रतन धन पायो’ फिलहाल शूटिंग के चरण में है.सलमान 1998 में फिल्म ‘हम साथ साथ हैं’ की शूटिंग के दौरान काले हिरण का शिकार करने को लेकर राजस्थान में भी अदालती सुनवाई का सामना कर रहे हैं.

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