माधुरी का ट्वीट : नेस्ले के अधिकारियों से मिली, पाया क्वालिटी का आश्वासन
मुंबई : मैगी नूडल्स का विज्ञापन करने के कारण विवादों में घिरीं अभिनेत्री माधुरी दीक्षित ने अब ट्विटर पर सफाई दी है. शनिवार को उन्होंने ट्वीट किया कि भारत के कई लोगों की तरह मैं भी मैगी पसंद करती हूं. मैं कई सालों से इसका आनंद उठा रही हूं लेकिन हाल में आई खबरों से […]
मुंबई : मैगी नूडल्स का विज्ञापन करने के कारण विवादों में घिरीं अभिनेत्री माधुरी दीक्षित ने अब ट्विटर पर सफाई दी है. शनिवार को उन्होंने ट्वीट किया कि भारत के कई लोगों की तरह मैं भी मैगी पसंद करती हूं. मैं कई सालों से इसका आनंद उठा रही हूं लेकिन हाल में आई खबरों से मैं चिंतित हूं. इस संबंध में मैंने नेस्ले टीम से मुलाकात भी की है.
Like most of India, I have enjoyed Maggi noodles for years. I was very concerned after recent reports and met with the Nestle team (1/3).
— Madhuri Dixit Nene (@MadhuriDixit) May 30, 2015
इसके बाद के ट्वीट में उन्होंने बताया कि मुलाकात के दौरान नेस्ले की टीम ने उन्हें इसकी गुणवत्ता के बारे में बतलाया और कहा कि वे उपभोक्ताओं को हमेशा ही प्राथमिकता देते हैं साथ ही वे उच्चतम गुणवत्ता के मानक अपनाते हैं. माधुरी ने कहा कि नेस्ले ने मुझे आश्वासन दिया कि वे गुणवत्ता और सुरक्षा की जांच के लिए कड़े टेस्ट करते हैं और प्राधिकारियों के साथ मिल कर काम कर रहे हैं.
Nestle explained that they always place the consumer first and have the highest quality standards. (2/3)
— Madhuri Dixit Nene (@MadhuriDixit) May 30, 2015
Nestle has reassured me that they adhere to stringent testing for quality and safety and are working with the authorities closely.
— Madhuri Dixit Nene (@MadhuriDixit) May 30, 2015
मैगी के प्रचार में शामिल होने पर माधुरी दीक्षित भी आयी घेरे में
मैगी के प्रचार करने के कारण माधुरी दीक्षित भी अब कानूनी घेरे में आ रही है. हरिद्वार के जिला खाद्य विभाग ने उन्हें नोटिस भेजकर पूछा है कि इस तरह के प्रोडक्ट का प्रचार करके लोगों को गुमराह किया है ऐसे में उन पर कानूनी कार्रवाई क्यों ना की जाए.माधुरी दीक्षितो को इस नोटिस का जवाब देने के लिए 15 दिनों का वक्त दिया गया है अगर इन 15 दिनों में उन्होंने अपना जवाब नहीं भेजा तो उन पर कानूनी कार्रवाई भी की जा सकती है. आपको बता दें मैगी में हानिकारण तत्व होने के कारण नस्ले के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. इसमें छह लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. इसमें 12 अलग- अलग जगहों से सैंपल लिये गये.