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आईफा अवार्ड 2015 : ”क्‍वीन” और ”हैदर” की धूम, स्‍टार्स ने बिखेरे जलवे…

कुआलालंपुर : शेक्सपीयर के हैमलेट को एक नए अंदाज में बयां करती विशाल भारद्वाज की ‘हैदर’ और विकास बहल की फिल्म ‘क्वीन’ 16वें आईफा समारोह में बडी विजेता बनकर उभरीं. दोनों ही फिल्मों के हिस्से में तीन-तीन पुरस्कार आए, जिनमें कंगना रनौत को मिला सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार और शाहिद कपूर को मिला सर्वश्रेष्ठ अभिनेता […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 8, 2015 3:12 PM

कुआलालंपुर : शेक्सपीयर के हैमलेट को एक नए अंदाज में बयां करती विशाल भारद्वाज की ‘हैदर’ और विकास बहल की फिल्म ‘क्वीन’ 16वें आईफा समारोह में बडी विजेता बनकर उभरीं. दोनों ही फिल्मों के हिस्से में तीन-तीन पुरस्कार आए, जिनमें कंगना रनौत को मिला सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार और शाहिद कपूर को मिला सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार भी शामिल है.

‘क्वीन’ एक ऐसी मध्यवर्गीय लडकी की खुद को तलाशने की कहानी है, जिसे उसके मंगेतर ने छोड दिया है. इस किरदार के लिए कंगना को बहुत वाहवाही मिली. कंगना पहले ही इस भूमिका के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार हासिल कर चुकी हैं. हालांकि कंगना आईफा में यह पुरस्कार लेने के लिए मौजूद नहीं थीं क्योंकि वह पुरस्कार समारोहों में कम ही जाती हैं.

‘हैदर’ में अपने करियर के सर्वश्रेष्ठ किरदार के लिए शाहिद एक बार फिर अपनी फिल्म ह्यकमीनेह्ण के निर्देशक के साथ आए. इस फिल्म में उन्होंने एक ऐसे व्यक्ति की भूमिका निभाई है, जो दुखों की मार और करीबी लोगों के विश्वासघात के कारण कुछ विक्षिप्त सा हो गया है. शाहिद ने यह पुरस्कार विशाल को समर्पित किया जिन्होंने उन्हें इस फिल्म का काम करने का मौका दिया। शाहिद ने इस फिल्म को एक ‘डरा देने वाली’ फिल्म बताया.

शाहिद ने कहा, ‘ मैं इस पहचान के लिए विशाल भारद्वाज को शुक्रिया कहना चाहता हूं. आपका बहुत-बहुत शुक्रिया कि आपने मुझमें यकीन दिखाया.’ पुरस्कार लेते हुए शाहिद ने कहा, ‘ मैं यहां उनकी वजह से खडा हूं. इस फिल्म को करने में बहुत डर लग रहा था क्योंकि हमें लगा था कि लोग इस फिल्म को कभी नहीं समझेंगे और कभी इसे पसंद नहीं करेंगे.’ बॉलीवुड के शानदार डांसर माने जाने वाले शाहिद ने इससे पहले ‘बिस्मिल’ पर अपनी बेहतरीन प्रस्तुति भी दी.

‘हैदर’ में शाहिद की मां की भूमिका में दमदार अभिनय दिखाने के लिए तब्बू को सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री का पुरस्कार मिला जबकि इसी फिल्म में एक घाघ नेता की भूमिका निभाने वाले के के मेनन को नकारात्मक भूमिका के लिए सर्र्वश्रेष्ठ खलनायक का पुरस्कार मिला. ‘क्वीन’ के खाते में सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के साथ-साथ सर्वश्रेष्ठ पिक्चर एवं कहानी (बहल, चैताली परमार और परवेज शेख) का भी पुरस्कार गया.

‘क्वीन’ के लिए सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार स्वीकार करते हुए फिल्म के संपादक और निर्माताओं में से एक अनुराग कश्यप ने निर्देशक राजकुमार हिरानी के प्रति सम्मान प्रकट किया. उन्होंने कहा, ‘ मैं नहीं जानता कि मुझे क्या कहना चाहिए. राजू सर, (राजुकमार हिरानी) मुझे आपसे प्यार है. मैं नहीं जानता कि यह फिल्म कैसे बन गई लेकिन यह किसी तरह बन ही गई. जब हमने फिल्म शुरु की थी, तब हमारे पास पैसे नहीं थे.’

हिरानी को आमिर खान की प्रमुख भूमिका वाली और बेहद सराही गई फिल्म ‘पीके’ के लिए सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का पुरस्कार मिला. ‘पीके’ ने यह पुरस्कार हासिल करने के लिए बहल की क्वीन, विशाल की हैदर, अभिषेक वर्मन की ‘टू स्टेट्स’ और इम्तियाज अली की ‘हाइवे’ को पीछे छोडा. हिरानी ने कहा, ‘ यह फिल्म निर्भीक होकर इस देश में धर्म के बारे में बात करती है और मैं इसके लिए अपने माता-पिता का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं. सुभाष घई की तरह, मुझे भी लगता है कि एक फिल्म तकनीकविदों और अभिनेताओं की मदद के बिना अधूरी है.’

‘हैप्पी न्यू ईयर’ में नृत्य प्रशिक्षिका की भूमिका निभाने वाली दीपिका पादुकोण का नामांकन सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री वर्ग में हुआ था. दीपिका को ‘वूमन आफ द ईयर’ का पुरस्कार मिला. दीपिका ने यह पुरस्कार दुनियाभर की महिलाओं को समर्पित किया. काले और मरुन रंग की साडी में बेहद खूबसूरत लग रही दीपिका ने कहा, ‘यह पुरस्कार लाखों महिलाओं के लिए है.’ बॉलीवुड के शोमैन कहे जाने वाले सुभाष घई को ‘भारतीय सिनेमा में उत्कृष्ट योगदान’ के प्रतिष्ठित पुरस्कार से नवाजा गया. उन्हें यह पुरस्कार उनकी फिल्म ‘राम लखन’ के अभिनेताओं जैकी श्रॉफ और अनिल कपूर ने दिया.

घई ने कहा, ‘ इस समय मेरे भीतर कई भावनाएं उमड रही हैं. बहुत सी यादें हैं. साल दर साल हर इंसान सीखता है, उठता है और गिरता है.’ उन्होंने कहा, ‘ मुझ जैसे एक इंसान के लिए यह सबसे शानदार शामों में से एक है, जब मुझे बहुत सा प्यार और सम्मान मिल रहा है. मेरे पास साझा करने के लिए बहुत सी कहानियां हैं. मुझे लगता है कि सफलता और पुरस्कार एक तरह का जाल है. आपको ये पुरस्कार आपके पिछले कामों के लिए मिलते हैं लेकिन तब आपसे उम्मीद रखी जाती है कि आप वैसा ही बेहतर काम जारी रखें.’

रितेश देशमुख की ‘एक विलेन’ को तीन पुरस्कार मिले. रितेश को इस फिल्म में एक खूंखार सीरियल किलर की भूमिका के लिए सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता का पुरस्कार मिला. मोहित सूरी के निर्देशन में बनी इस थ्रिलर फिल्म में सर्वश्रेष्ठ पार्श्वगायन (पुरुष) के लिए अंकित तिवारी (गलियां) को पुरस्कार मिला. इसके अलावा सर्वश्रेष्ठ गीत के लिए भी पुरस्कार इसी फिल्म को मिला.

पत्नी जिनेलिया के साथ आए रितेश के लिए यह एक बडी रात थी. उन्हें आईफा में एक नए वर्ग के अंतर्गत भी पुरस्कृत किया गया था. यह पुरस्कार ‘क्षेत्रीय फिल्म में उत्कृष्ट योगदान’ के लिए था. इस दंपति की होम प्रोडक्शन मराठी फिल्म ‘लाई भारी’ को यह पुरस्कार मिला. रितेश ने कहा, ‘मैं अपनी इन जीतों को हाल में जन्मे अपने बेटे के नाम करता हूं. पिछला साल मेरे लिए बहुत अच्छा रहा क्योंकि मैंने पहली बार एक खलनायक की भूमिका निभाई. मैं भाग्यशाली हूं कि ‘लाई भारी’ और ‘एक विलेन’ में एक नायक और खलनायक के रुप में मेरी भूमिकाएं पसंद की गईं.’

आलिया भट्ट और अर्जुन कपूर की ‘2 स्टेट्स’ को नामांकन तो नौ वर्गों में मिले थे लेकिन इस फिल्म के खाते में सिर्फ एक ही पुरस्कार आया, जो कि सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशन के लिए था.

‘हीरोपंती’ के स्टार टाइगर श्रॉफ और कीर्ति सेनन को सर्वश्रेष्ठ नवोदित अभिनेता और अभिनेत्री का पुरस्कार मिला. वहीं सर्वश्रेष्ठ नवोदित निर्देशक का पुरस्कार ओमंग कुमार को ‘मैरी कॉम’ के लिए और साजिद नाडियाडवाला को ‘किक’ के लिए मिला. वरुण धवन को ‘मैं तेरा हीरो’ में अभिनय के लिए सर्वश्रेष्ठ हास्य कलाकार का पुरस्कार मिला. वरुण की गैरमौजूदगी में उनका यह पुरस्कार उनके पिता डेविड धवन ने लिया.

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