‘कितने आदमी थे…’ डॉयलॉग को सुनते ही दर्शकों के दिमाग में बॉलीवुड के जानेमाने अभिनेता अमजद खान का चेहरा घुमने लगता है. 12 नवंबर 1940 को पेशावर में जन्मे अमजद खान आज के दिन इस दुनियां को अलविदा कह चले गये थे. अमजद खान ने अपने बीस साल के करियर में लगभग 130 फिल्मों में काम किया. उनके दमदार डॉयलॉग डिलीवरी को आज भी दर्शक याद करते हैं.
फिल्म ‘शोले’ में गब्बर के किरदार ने उन्हें विशेष सफलता और लोकप्रियता दिलाई. इस फिल्म के लिए पहले ‘गब्बर’ के किरदार के लिए डैनी को चुना गया था. लेकिन बाद में यह रोल अमजद खान की झोली में आ गिरी. इस फिल्म में उन्होंने कई दमदार डॉयलॉग बोले थे. फिल्म में अमिताभ बच्चन, धर्मेंद्र, हेमा मालिनी और जया भादुड़ी ने मुख्य भूमिका निभाई थी.
अमजद खान ने वर्ष 1957 में प्रदर्शित फिल्म ‘अब दिल्ली दूर नही’ से बॉलीवुड में अपने करियर की शुरूआत की थी. इसमें उन्होंने एक बाल कलाकार की भूमिका निभाई थी. इसके बाद उन्होंने अपने किरदारों में बदलाव किया. वर्ष 1980 में रिलीज हुई फिल्म ‘कुर्बानी’ में उन्होंने अपने हास्य किरदारों से दर्शकों को खूब मनोरंजन किया था.
अमजद खान ने वर्ष 1981 में फिल्म ‘लावारिस’ में अमिताभ बच्चन के साथ काम किया. इससे पहले भी दोनों ने कई फिल्मों में काम किया लेकिन दर्शकों ने अमजद खान को इस फिल्म में खासा पसंद किया. इस फिल्म में अमजद खान ने अमिताभ के पिता का किरदार निभाया था.
वर्ष 1979 में फिल्म ‘दादा’ के लिए सर्वश्रेष्ठ सह कलाकार के फिल्म फेयर पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. इसके बाद उन्हें फिर वर्ष 1981 में फिल्म ‘यराना’ के लिए दूसरी बार सर्वश्रेष्ठ सह कलाकार के फिल्मफेयर पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था. इस फिल्म में उन्होंने अमिताभ के दोस्त की भूमिका निभाई थी.