बर्थडे विशेष : खनकती आवाज की मलिका आशा भोंसले
अपनी सुरीली आवाज से दर्शकों के दिलों में राज करनेवाली जानीमानी गायिका आशा भोंसले को जन्म 8 सितंबर 1933 को हुआ था. आज वे बेशक 82 वर्ष की हो गई हैं लेकिन उनकी आवाज की खनक अभी भी बरकरार है. वे बचपन से ही गाने की शौकीन थी. उनके पिता दीनानाथ मंगेशकर भी एक जानेमाने […]
अपनी सुरीली आवाज से दर्शकों के दिलों में राज करनेवाली जानीमानी गायिका आशा भोंसले को जन्म 8 सितंबर 1933 को हुआ था. आज वे बेशक 82 वर्ष की हो गई हैं लेकिन उनकी आवाज की खनक अभी भी बरकरार है. वे बचपन से ही गाने की शौकीन थी. उनके पिता दीनानाथ मंगेशकर भी एक जानेमाने गायक थे. बचपन से ही आशा भोंसले ने संगीत की शिक्षा लेनी शुरू कर दी थी. इस मुकाम तक पहुंचने के लिए उन्हें कई मुश्किलों का भी सामना करना पड़ा.
आशा भोंसले ने अपने गायन की शुरूआत वर्ष 1948 में फिल्म ‘चुनरिया’ के गीत ‘सावन आया’ से की थी. वो गाना चाहती थी लेकिन उन्हें मौका नहीं दिया जाता था. आशा भोंसले ने बॉलीवुड की कई ‘बी’ और ‘सी’ ग्रेड फिल्मों के लिए भी गाया. वर्ष 1966 में आई फिल्म ‘तीसरी मंजिल’ में उन्होंने ‘आजा आजा मैं हूं प्यार तेरा’ गाया. इस गाने ने उन्होंने खासा लोकप्रियता हासिल की.
वर्ष 1981 में रिलीज हुई फिल्म ‘उमराव जान’ में अपनी गायकी से दर्शकों को हैरान कर दिया. इस फिल्म में उन्होंने ‘दिल चीज है क्या है’ और ‘इन आंखों की मस्ती में’ जैसे सुपरहिट गानों को अपनी आवाज दी थी. इस फिल्म में गायकी के लिए उन्हें पहला राष्ट्रीय पुरस्कार मिला. इसके बाद उन्होंने लगातार एक के एक कई फिल्मों में गाया और उनके गाने लगातार हिट होते चले गये.
आशा भोंसले गायकी के साथ-साथ कुकिंग का भी शौक रखती है. आशा भोंसले बचपन से ही अपनी बड़ी बहन लता मंगेशकर के बेहद करीब रही हैं. महान संगीतकार राहुल देव बर्मन से आशा भोंसले ने दूसरी शादी की थी. यह आर.डी बर्मन की भी दूसरी शादी थी. वर्ष 1994 में आर.डी बर्मन के निधन हो जाने के बाद आशा भोंसले टूट गई और उन्होंने गायकी से भी मुंह मोड़ लिया.
पिछले काफी दिनों से उन्होंने किसी भी फिल्म में गाना नहीं गाया है. लेकिन वे स्टेज शो करती है और हाल ही उन्होंने टीवी रियेलिटी शो को भी जज किया था. आशा भोंसले ने 7 फिल्मफेयर अवार्ड अपने नाम किये हैं. उन्हें वर्ष 2001 में फिल्मफेयर लाइफटाइम अवार्ड से सम्मानित किया गया था. भारत सरकार की ओर से आशा भोंसले को ‘दादा साहेब फाल्के’ और ‘पद्म विभूषण’ पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है.