जन्‍मदिन स्‍पेशल देवआनंद : बॉलीवुड के पहले रोमांटिक हीरो

बॉलीवुड के सदाबहार अभिनेता रहे देव आनंद आज भी अपने प्रशंसकों की यादों में हैं. वे एक ऊर्जावान व्यक्तित्व के मालिक थे. जब वे इंडस्ट्री में नये थे, जब स्टार बने और जब उनकी फिल्में पिटने लगीं तब भी उनकी ऊर्जा कम नहीं हुई. वे हमेशा यह कहते थे कि नये-नये विषयों पर फिल्म बनाना […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 26, 2015 1:40 PM

बॉलीवुड के सदाबहार अभिनेता रहे देव आनंद आज भी अपने प्रशंसकों की यादों में हैं. वे एक ऊर्जावान व्यक्तित्व के मालिक थे. जब वे इंडस्ट्री में नये थे, जब स्टार बने और जब उनकी फिल्में पिटने लगीं तब भी उनकी ऊर्जा कम नहीं हुई. वे हमेशा यह कहते थे कि नये-नये विषयों पर फिल्म बनाना हमारा काम है, फिल्म चलेगी या पिट जायेगी यह सोचने में वक्त खराब करने से क्या फायदा.

देव आनंद अंग्रेजी में स्नातक थे और उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि वे हीरो बनेंगे. लेकिन किस्मत उन्हें पंजाब से मुंबई ले आयी और वे हीरो बन गये. बॉलीवुड के त्रिदेव दिलीप कुमार, देव आनंद और राजकपूर अपने-अपने क्षेत्र में मिसाल रहे हैं. देव आनंद मात्र 30 रुपये लेकर मुंबई पहुंचे थे और अपना कैरियर बनाने के लिए उन्होंने काफी संघर्ष किया था. देव आनंद जिस काम को करते थे उसे शिद्दत से करते थे, चाहे बात फिल्म बनाने की हो, या फिर प्रेम करने की.

वर्ष 1945 में फिल्‍म ‘हम एक हैं’ देवआनंद ने बॉलीवुड में अपने सिने करियर की शुरूआत की थी. इसके बाद उन्‍होंने फिल्‍म ‘जिद्दी’ में काम किया जो बॉक्‍स ऑफिस पर सुपरहिट साबित हुई थी. 1951 में आई फिल्‍म ‘बाजी’ में काम किया था. यह फिल्‍म भी बॉक्‍स ऑफिस पर हिट हुई थी. इसके बाद उन्‍होंने ‘मुनीम जी’, ‘सी आई डी’, ‘पेइंग गेस्ट’, ‘राही’ और ‘आंधियों’ जैसे फिल्‍मों में नजर आये और अपने अभिनय से दर्शकों के दिलों में एक अलग जगह बना ली.

‘मैं जिंदगी के साथ निभाता चला गया, हर फिक्र करे धुंए में उड़ता चला गया’ कुछ इसी तरह से जिदंगी को जीते थे देवआनंद. देवआनंद सुरैय्या के साथ प्रेम प्रसंगों को लेकर भी चर्चा में रहे. देवआनंद ने खुद भी इस बात को स्‍वीकारा था लेकिन सुरैय्या ने आजीवन शादी नहीं की. सुरैय्या की दादी दोनों की शादी के खिलाफ थी. देवआनंद ने अभिनेत्री कल्‍पना कार्तिक से शादी की थी.

देवआनंद ने ‘नौ दो ग्‍यारह’, ‘गाईड’, ‘काला पानी’, ‘काला बाजार’, ‘ज्‍वेल थीफ’, ‘जॉनी मेरा नाम’, ‘देश परदेश’ और ‘हरे रामा हरे कृष्‍णा’ जैसी हिट फिल्‍मों में काम किया था. जब किशोर कुमार अपनी गायकी के चरम पर नहीं थी उस समय देवआनंद ने उन्‍हें अपनी कई फिल्‍मों में गाने का मौका मिला. किशोर कुमार ने अपनी कई फिल्‍मों में देवआनंद को आवाज दी. वे पहले ऐसे अभिनेता थे जिन्‍होंने अपने रोमांटिक किरदार को पर्दे पर दिखाया. उन्‍होंने अपनी फिल्‍मों में बहुत ही शिद्दत से मोहब्‍बत की दर्शाया.

वर्ष 1959 में रिलीज हुई फिल्‍म ‘काला पानी’ के लिए देवआनंद को सर्वश्रेष्‍ठ कलाकार का पुरस्‍कार मिला था. वे फिल्‍म ‘गाईड’ के लिए भी सर्वश्रेष्‍ठ अभिनेता का पुरस्‍कार से नवाजे गये थे. देवआनंद को कला क्षेत्र में महत्‍वपूर्ण योगदान देने के लिए भारत सरकार की ओर से पद्म भूषण दिया गया था.जानीमानी गायिका लता मंगेशकर ने ट्वीट किया और लिखा,’ …मैं उनकी याद को प्रणाम करती हूं.’

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