मुंबई : अभिनेता शाहरुख खान ने ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे’ में राज का दमदार किरदार निभाते हुए अपने जुदा अंदाज में रोमांस को एक नई परिभाषा दी लेकिन सुपरस्टार का कहना है कि उन्होंने फिल्म में काम करने से लगभग इनकार कर दिया था क्योंकि उन्हें अपना किरदार ‘लडकी जैसा’ (गर्लिश) लग रहा था.
शाहरुख खान ने ‘मेकिंग ऑफ डीडीएलजे’ डॉक्यूमेंटरी में यह खुलासा किया है. फिल्म की 20वीं वर्षगांठ के अवसर पर रिलीज इस डॉक्यूमेंटरी में फिल्म की न देखी गई फुटेज और फिल्म में काम करने वालों के साक्षात्कार हैं. आदित्य चोपडा के निर्देशन में बनी इस फिल्म में काजोल, मंदिरा बेदी, अनुपम खेर, अमरीश पुरी और फरीदा जलाल ने अहम किरदार निभाए थे.
‘डीडीएलजे’ से पहले ‘डर’, ‘बाजीगर’ और ‘अंजाम’ जैसी एक्शन-थ्रिलर फिल्मों में काम करने वाले शाहरुख ने स्वीकार किया कि एक रोमांटिक फिल्म में काम करने को लेकर उनके मन में कई आशंकाएं थीं. उन्होंने बताया कि फिल्म की शुरुआत से ठीक पहले वह अपनी बहन के बीमार हो जाने के कारण मुश्किल दौर से गुजर रहे थे. इस डॉक्यूमेंटरी में फिल्म से जुडी कई दिलचस्प बातें बताई गई हैं जैसे कि काजोल लोकप्रिय गाने ‘मेरे ख्वाबों में जो आए’ की शूटिंग नहीं करना चाहती थीं क्योंकि इसके लिए उन्हें तौलिया पहनकर शूट में भाग लेना था.
इसमें बताया गया है कि किस प्रकार शाहरुख ने क्लाइमेक्स में एक एक्शन दृश्य जोडने पर जोर दिया. इसमें अभिनेत्री जूही चावला का वीडियो भी दिखाया गया है जिन्होंने फिल्म में मेहमान भूमिका निभाई थी लेकिन इसे रिलीज की गई फिल्म में शामिल नहीं किया गया. शाहरुख, काजोल को वैश्विक स्तर पर स्टार बनाने के अलावा फिल्मकार करण जौहर, नृत्य निर्देशक फराह खान और फैशन डिजाइनर मनीष मलहोत्रा को मंच मुहैया कराने वाली डीडीएलजे ने पिछले साल 12 दिसंबर को 1000 सप्ताह पूरे किए. यह मुंबई के एक थियेटर में अब भी दिखाई जा रही है.